PATNA : इंडिगो के पटना एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को 40 घंटे गुजर चुके हैं लेकिन अब तक पुलिस अपराधियों की पहचान नहीं कर पाई है. पुलिस ने पिछले 40 घंटे में तकरीबन 4 दर्जन ऐसे लोगों से पूछताछ की है जो रुपेश के संपर्क में रहे हैं. रुपेश के संपर्क में रहने वाले पटना एयरपोर्ट के अधिकारियों कर्मचारियों और उनके दोस्तों परिवार वालों के साथ साथ अन्य लोगों से पूछताछ की गई है. पुलिस लगातार इस पूछताछ के जरिए पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर रूपेश की किस से इतनी दुश्मनी हो गई कि उनकी हत्या कर दी गई.
हत्याकांड कि जांच में पुलिस को अहम जानकारी मिल सकती थी अगर रुपेश के अपार्टमेंट का सीसीटीवी कैमरा ठीक होता,लेकिन बदकिस्मती से ऐसा नहीं हुआ. पटना एयरपोर्ट से लेकर पुनाइचाक स्थित रुपेश के घर के बीच तकरीबन 5 दर्जन ऐसे सीसीटीवी कैमरे पुलिस की नजर में आए हैं. जिनमें अपराधियों का मुंह मेंट कैप्चर हो सकता है पुलिस ने लगातार इन 5 दर्जन सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाला है. सूत्र बता रहे हैं कि इसमें कुछ बाइक सवार के मोमेंट को लेकर पुलिस लगातार फैक्ट को क्रॉस चेक कर रही है. सूत्रों की मानें तो एसआईटी ने इंडिगो में काम करने वाले जिन अधिकारियों और कर्मियों से पूछताछ की है उनसे भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने मिली है. एयरपोर्ट पर काम करने वाले दूसरे एविएशन कंपनियों के भी स्टाफ से पुलिस ने पूछताछ की है.
एसआईटी ने जिन लोगों से पूछताछ की है उसके आधार पर यह माना जा रहा है कि रूपेश की जॉब के अलावा उनके दूसरे तरह की गतिविधियों के बारे में भी पुलिस को अहम जानकारी मिली है. रुपेश किन लोगों से मिलते जुलते थे और अपनी जॉब के अलावे उनकी दिलचस्पी किन बातों में थी इसको लेकर भी एसआईटी को कई अहम इनपुट मिले हैं. यह बात भी सामने आई है कि रुपेश के भाई ठेकेदारी करते थे उनके इस काम में रूपेश का कांटेक्ट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था. पुलिस इस बिंदु की भी जांच कर रही है कि क्या ठेकेदारी को लेकर रुपेश की हत्या हुई. टेंडर मैनेज करने को लेकर पैसे के लेनदेन के विवाद सहित अन्य बिंदुओं की तफ्तीश भी एसआईटी कर रही है.