PATNA : इंडिगो के एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड की गुत्थी अभी भी उलझी हुई है। पटना पुलिस ने 3 फरवरी को इस मामले का खुलासा करते हुए दावा किया था कि मुख्य आरोपी रितुराज पुलिस की गिरफ्त में है और रोड रेज की एक मामूली घटना को लेकर रूपेश सिंह की हत्या की गई थी। पटना पुलिस की यह थ्योरी रूपेश सिंह के परिवार वालों को हजम नहीं हुई। हर किसी ने पटना पुलिस के इस दावे को मानने से इनकार कर दिया कि रोडरेज की एक मामूली घटना को लेकर डेढ़ महीने बाद रितुराज ने अपने साथियों के साथ मिलकर रुपए की हत्या कर दी। इस मामले में रूपेश के परिजनों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की उन्होंने पटना पुलिस को जांच के लिए थोड़ा वक्त देने पर सहमति तो जताई लेकिन यह भी कहा कि अगर पटना पुलिस रोड रेज की घटना को हत्या का मोटिव बता रही है तो ऐसी स्थिति में सीबीआई जांच होनी चाहिए।
पटना पुलिस के मुताबिक हत्या में शामिल रितुराज के तीन साथी अभी भी फरार हैं। पुलिस को रूपेश हत्याकांड के मुख्य आरोपी रितुराज की रिमांड मिली है और एसआईटी ने मंगलवार को रितुराज से 6 घंटे तक पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान तकरीबन 60 सवाल रितुराज से पूछे गए। सूत्र बता रहे हैं कि ऋतुराज ने तीनों फरार आरोपितों के बारे में एसआईटी को अहम सुराग दिए हैं जिसके बाद पुलिस जांच करने के साथ-साथ छापेमारी में भी जुट गई है। पूछताछ के दौरान पटना पुलिस ने वीडियोग्राफी भी कराई है ताकि पुलिस उसे कोर्ट में पेश कर सके। एसएसपी और एसआईटी की अलग-अलग टीमों ने रितुराज से पूछताछ की है। एसआईटी की तरफ से पूछे जाने वाले सवालों की लिस्ट पहले ही बना ली गई थी। आरोपी रितुराज ने कई सवालों का जवाब दिया तो कई सवालों का जवाब वह है टाल भी गया।
पटना पुलिस अब तक हुई पूछताछ के बाद यह मानकर चल रही है कि मामला रोडरेज का ही है। पटना के एसएसपी का भी यही मानना है लेकिन एसपी उपेंद्र शर्मा ने यह भी कहा है कि तीनों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद हत्या का मोटिव बदल भी सकता है। अब तक रितुराज के बयान के मुताबिक मामला रोडरेज का ही है। इस मामले में फरार तीन आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। तीनों आरोपियों का मोबाइल नंबर भी पुलिस को मिल चुका है जो लगातार बंद है। पुलिस ने इन तीन आरोपियों के सगे संबंधियों समेत तकरीबन 20 मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर ले रखा है। पुलिस के सामने सबसे बड़ी मुश्किल ये भी है कि रूपेश सिंह का परिवार और रोडरेज को हत्या का मोटिव मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में अगर बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कोई नया खुलासा होता है तो पटना पुलिस के लिए भी यह राहत भरी बात होगी वरना परिवार की तरफ से सीबीआई जांच की मांग जारी रहेगी।