PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चलाते रहे हो लेकिन संघ की विचारधारा को लेकर उनकी राय हमेशा अलग रही है. सियासी जानकार मानते हैं कि नीतीश कुमार को भले ही भारतीय जनता पार्टी का साथ पसंद हो लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से एलर्जी रही है. नीतीश ने जब एनडीए का साथ छोड़ा था तब भी उनके निशाने पर बीजेपी से ज्यादा संघ हुआ करता था. लेकिन अब नीतीश कुमार के नजरिए में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है.
लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार संघ को लेकर लिबरल दिखे हैं. विरोधी भी लगातार नीतीश कुमार पर आरोप लगाते रहे हैं कि वह आरएसएस के मुरीद हो गए हैं. मंगलवार को नीतीश कुमार संघ के चिंतक और संगठनकर्ता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का लोकार्पण करेंगे. पटना के राजेंद्र नगर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा स्थापित की गई है. नीतीश कुमार खुद लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं.
पटना के राजेंद्र नगर स्थित से रोड नंबर 3 और 4 के बीच स्थित पार्क में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा लगाई गई है. नीतीश कुमार इसके पहले हाल ही में बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली की प्रतिमा पटना में स्थापित करवा चुके हैं. जाहिर है पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का लोकार्पण करने के बाद नीतीश विरोधियों के सीधे निशाने पर होंगे.