गोपालगंज रोहित हत्याकांड पर बोले DGP..यह कोई सांप्रदायिक घटना नहीं, अफवाह नहीं फैलाए

गोपालगंज रोहित हत्याकांड पर बोले DGP..यह कोई सांप्रदायिक घटना नहीं, अफवाह नहीं फैलाए

PATNA: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय गोपालगंज के रोहित हत्याकांड को लेकर आज लाइव आए. कहा कि रोहित हत्या कांड का खुलासा किया जाएगा. जिसके बाद भी अगर कोई सबूत है तो वह पुलिस को दें. मैंने डॉक्टरों से बात की तो बताया गया कि डूबने से रोहित की मौत हुई है. रोहित की कैसे हत्या हुई उस सच को वह सामने लाएंगे. 

नहीं है कोई सांप्रदायिक तनाव

डीजीपी ने कहा कि कोई सांप्रदायिक घटना नहीं हुई है. कहा जा रहा है कि मस्जिद के किसी मौलवी ने पानी छिटा और बली दी गई, लेकिन वहां पर तो कई मस्जिद ही नहीं है. यहां तक की कोई गांव में मौलवी तक नहीं है. गांव में मस्जिद बनाने की कोशिश हुई थी, लेकिन आजतक वह बना नहीं है. इसको लेकर भ्रम फैलाया गया है. एक-एक आदमी  से बात किया गया. लेकिन किसी ने यह बात नहीं बताई की यह सांप्रदायिक घटना है. 


गलत  तरीके से बात करने वाले थानेदार की खैर नहीं

डीजीपी ने कहा कि इस घटना के बाद थानेदार को बहुत कुछ सुनना पड़ा था. लेकिन उसने रोहित के परिजनों से गलत तरीके से बात किया. पीड़ित परिवार सदमा और परेशान रहता है. अगर ऐसे लोगों के साथ बिहार के कोई भी थानेदार गलत तरीके से बात करेगा तो उसकी खैर नहीं है. वहां के थानेदार को भी सस्पेंड कर दिया गया है. 

28 मार्च को हुई थी हत्या
बता दें कि कटैया के रोहित जायसवाल 28 मार्च को क्रिकेट खेलने के लिए घर से निकला था. लेकिन वह घर नहीं लौटा. अगले दिन जब परिजनों ने साथ खेलने गए लड़कों से पूछताछ किए तो लड़कों ने नदी में डूबने की बात बताई और घटनास्थल पर ले गए. मृतक रोहित के पिता ने छह लोगों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया. जिसके बाद 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लेकिन चारों नाबालिग आरोपियों को जुवेनाइल कोर्ट ने कोरोना महामारी के कारण जमानत पर छोड़ दिया.