PATNA: आरजेडी एमएलसी का ट्रैप और सीबीआई के जाल ने एक घूसखोर अधिकारी को उसके चंगुल में फंसा दिया. एमएलसी के आटा मिल में हुई गड़बड़ियों को ठीक करने के एवज में सात लाख घूस मांगने वाले जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर चंदन पांडेय और सुपरिटेंडेंट शोहराबुद्दीन को सीबीआई ने रंगे हाथों दबोच लिया. फिलहाल सीबीआई इन दोनों घूसखोर अधिकारियों के घरों पर छापेमारी कर इनके काले कारनामों की जानकारी जुटा रही है.
एमएलसी के ट्रैप में फंसा घूसखोर
कहते हैं न कि पाप का घड़ा फूटता जरुर है. कुछ ऐसा ही हुआ जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर चंदन पांडेय के साथ. बड़े आराम से चंदन पांडेय राजद एमएलसी से घूस का सौदा करता है. खुद के साथ-साथ अपनी टीम को भी घूस की रकम मिले इसकी पूरी तैयारी करता है. घूसखोर चंदन पांडेय और एमएलसी की जो बातचीत रिकॉर्ड हुई है उसमें वो खुलेआम कह रहा है कि उसके साथ सात-आठ लोगों की टीम है. वो कहता है कि सबों के लिए व्यवस्था कीजिए तभी काम होगा.
तय की डील
चंदन पांडेय ने गलत काम को सही करने के लिए बड़ा ही शॉर्टकट तरीका खोजा और एमएलसी सुबोध राय़ से डील की. लेकिन चंदन पांडेय को कहां पता था कि किस्मत भी उसके पीछे पड़ी है. भारतीय राजस्व सेवा के इस घूसखोर अधिकार की कारगुजारियों से तंग आकर सुबोध राय ने सीबीआई को इस बात की जानकारी दी. जानकारी के बाद सीबीआई ने अपना जाल बिछाया और विशेष तरीकों और तकनीकों से लैस एक शर्ट सरोज राय को पहनाई और उसे घूसखोर अधिकारी के पास भेजा.
सीबीआई ने एमएलसी को पहनाई विशेष शर्ट
राजद एमएलसी ने बड़े आराम से चंदन पांडेय से बात की और उससे मामले की डील को लेकर पूरी बात की. सारी बातों से अनजान इस घूसखोर अधिकारी ने एमएलसी से जमकर सौदा किया और मामले को रफा दफा करने के लिए साढ़े तीन लाख में बात तय की. ये सारी बातें उस विशेष शर्ट में लगे माइक्रोफोन में रिकॉर्ड हो गयीं. आखिरकार सीबीआई ने घूसखोर अधिकारी चंदन पांडेय को पूरी तरह अपने जाल में फंसा लिया और सारे सबूतों के बाद चंदन पांडेय को रंगे हाथों दबोच लिया. छापेमारी के बाद सीबीआई ने विधायक सुबोध राय से वो शर्ट अपने कब्जे में ले लिया जिसे पहनाकर उसने सुबोध राय को अधिकारी के पास भेजा था.