PATNA : बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी के सीनियर लीडर सुशील कुमार मोदी ने आरजेडी के वर्चुअल रैली के विरोध के बाद पलटवार किया है। सुशील मोदी ने कहा है कि लालू यादव को गरीब मतदाताओं की जान की कोई परवाह नहीं हैं उन्हें केवल सत्ता हथियाने से मतलब है। उन्होनें कहा कि जो लोग पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों का विरोध करते हुए साइकिल चलाने की फोटो पोस्ट करते हैं उन्हें समझना चाहिए कि इसमें बिना पेट्रोल-डीजल पर लाखों रुपये खर्च किए कम समय में लोगों से संवाद किया जा सकता है।
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बाद पूरी दुनिया में कामकाज का तरीका इस तरह बदला कि जीवन बचाना पहली प्राथमिकता हो गई, लेकिन लालू प्रसाद की पार्टी नई वास्तविकता को नकारते हुए वर्चुअल संवाद का विरोध करती है। उन्हें गरीब मतदाताओं की जान से नहीं, केवल सत्ता हथियाने से मतलब है।बिहार सहित पूरे देश में जब कोरोना संक्रमण की चुनौती बनी हुई है, तब राजद कम खर्चीले और ज्यादा सुरक्षित वर्चुअल रैली के खिलाफ थाली पीट चुका है।
सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के राज में बिहार रंक्तरंजित चुनाव के लिए बदनाम था। बैलेट से मतदान के उस दौर में चुनाव के दिन बूथ लूट की घटनाओं में भी लोगों की जान जाती थीं।चुनाव आयोग की सख्ती और ईवीएम से वोटिंग ने बिहार का वह कलंक धो दिया।लालू प्रसाद ने उस ईवीएम का विरोध किया, जिससे गरीबों को वोट डालने के मौके मिले और राजद की तेज पिलायी लाठियां बूथ लूटने में विफल हो गयी।
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि आज वे उस वर्चुअल रैली का विरोध कर रहे हैं जिससे बिना पेट्रोल-डीजल पर लाखों रुपये खर्च किए कम समय में लोगों से संवाद किया जा सकता है।जो लोग पेट्रोल-डीजल बचाने के लिए साइकिल चलाते हुए फोटो पोस्ट करते हैं वे वर्चुअल रैली का विरोध क्यों कर रहे हैं ?