तेजस्वी की सरकार बनी तो बिहार में फिर से शुरू हो जाएगा अपहरण, RJD ने 20 बाहुबलियों को दिया टिकट

तेजस्वी की सरकार बनी तो बिहार में फिर से शुरू हो जाएगा अपहरण, RJD ने 20 बाहुबलियों को दिया टिकट

PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एक दूसरे के खिलाफ बयान और पलटवार करने का सिलसिला जारी है. इस बीच बिहार के डिप्टी सीएम  सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अगर तेजस्वी यादव की बिहार में गलती से भी सरकार बनी तो बिहार में फिर से अपहरण शुरू हो जाएगा. क्योंकि आरजेडी ने बिहार में 20 से अधिक बाहुबलियों को मैदान में उतारा है. 

शाम ढलते बिहार में सन्नाटा फैल जाएगा

मोदी ने कहा कि राजद ने छपरा, बिहपुर से लेकर दानापुर तक 20 से ज्यादा बाहुबलियों, अभियुक्तों या उनके परिजनों को टिकट देकर साबित कर दिया है कि अगर उन्हें गलती से भी सत्ता मिल गई, तो वे फिर बिहार में अपहरण-फिरौती उद्योग चलायेंगे. शाम ढलते बाजार में सन्नाटा फैल जाएगा, महिलाएं घर से निकलने में डरेंगी और युवा पलायन करने लगेंगे. जो आज पहली कैबिनेट में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का झूठा वादा कर रहे हैं. वे पहली कैबिनेट में ही हत्या, गैंगरेप, अपहरण जैसे सैकड़ों संगीन मामलों में मुकदमें वापस लेकर अपराधियों का दुस्साहस बढ़ाने वाले हैं. 



नौकरी के बदले दिखवाएंगे आपके जमीन

मोदी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव में जैसे केजरीवाल ने मुफ्त बिजली-पानी का झांसा देकर बीस लाख बिहारियों के वोट लिए और चुनाव जीतने के बाद लॉकडाउन के समय बस खुलने की अफवाह फैलाकर मजदूरों को भगा दिया, वैसे ही राजद चुनाव बाद नौकरी से लेकर हर काम के पैसे लेने या जमीन लिखवाने के एजेंडे पर काम कर रहा है. बिहार में राजद वोट ठगने का केजरीवाल- फार्मूला अपना रहा है. लालू-राबड़ी सरकार ने युवाओं को नौकरी दिलाने की नहीं, केवल गरीबों के वोट हथियाने का जाल बुनने की चिंता की. चरवाहा विद्यालय खोलवाना राजनीतिक स्टंट था, रोजगार देने वाली शिक्षा से उसका कोई वास्ता नहीं था. क्या राजद चरवाहा विद्यालय में पढ़े या नन-मैट्रिक युवाओं को भी सरकारी नौकरी दे सकता है? यदि ऐसा संभव नहीं, तो शिक्षा को मजबूत करने के बजाय इसका मजाक क्यों बनाया गया? राजद को गरीबों की दो पीढ़ियों को नौकरी के लायक नहीं बनने देने के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए.