PATNA : आरजेडी के पांच विधान पार्षदों के पाला बदलने के बाद विरोधियों के साथ-साथ सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी तंज कसा है. आरजेडी के जले पर नमक छिड़कते हुए हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि पैसे और बाहुबल के दम पर आरजेडी जिन लोगों को विधान परिषद भेज रही है. उसके बाद उसका बुरा हश्र होना है.
हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन में जल्द कोआर्डिनेशन कमेटी का गठन करना चाहिए. वरना उनकी पार्टी में केवल लालू परिवार या तेजस्वी यादव बचेंगे. जब से आरजेडी के 5 विधान पार्षदों ने पार्टी छोड़ी है. तब से लगातार डेनिश रिज़वान आरजेडी को इशारों-इशारों में ही हमला बोल रहे हैं. इससे पहले दानिश ने अपने ऑफिसियल फेसबुक अकाउंट से लिखा कि "राजद के 5 MLC ने पार्टी छोड़ी, दो दर्जन विधायक भी छोड़ सकतें हैं तेजस्वी का साथ ! तेजस्वी भाई को-आर्डिनेशन कमिटी बना लिजिए नहीं तो अकेले रह जाईएगा।"
उधर दूसरी ओर तेजस्वी यादव का टेंशन बढ़ गया है. एमएलसी के बाद अब विधायकों के टूटने का ख़तरा बढ़ गया है. राजद पार्टी को करारा झटका लगा है. तेजस्वी यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. पार्टी के पांच एमएलसी जदयू का दामन थाम लिए हैं. इनमें राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद, रणविजय सिंह, कमरे आलम और दिलीप राय का नाम शामिल है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरजेडी के सभी विधायकों को पटना आवास पर बुलाया है. जाहिर है तेजस्वी को अब विधायकों के भी टूटने का डर सता रहा है. क्योंकि जदयू के नेताओं का कहना है कि कई बड़े नेता जेडीयू पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं. कई नेता लगातार संपर्क में बने हुए हैं.
मंगलवार को आरजेडी को एक और बड़ा झटका लगा है. पार्टी के वरिष्ठ नेता व राष्ट्रिय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी पद से इस्तीफा दे दिया है. कई दिनों से रघुवंश प्रसाद सिंह लगातार नाराज चल रहे थे. माना जा रहा है राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के नेतृत्व से कई एमएलसी और विधायक नाराज चल रहे थे. पार्टी के अंदर कई दिनों से लगातार विरोध के स्वर उठ रहे थे.