PATNA: बिहार में नयी सरकार बनने के बाद से ही चर्चा हो रही है कि राजद के मंत्रियों ने अच्छा पैसा कमाया. विधानसभा में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजद के लोग कमा रहे थे. वहीं, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने भी एलान किया था कि वे राजद के मंत्रियों की फाइल खुलवायेंगे. राजद कोटे के मंत्रियों की पहली फाइल खुल गयी है, इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी गयी है.
दो हजार का सामान 50 हजार में खरीदा गया
डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने आज श्रम संसाधन विभाग की फाइलें टटोली. श्रम संसाधन विभाग के तहत ही बिहार के सारे आईटीआई कॉलेज आते हैं. विजय कुमार सिन्हा ने सारे फाइलों के निरीक्षण के बाद कहा कि आईटीआई कॉलेजों के लिए मशीनरी औऱ दूसरे सामानों की खरीददारी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी गयी है. उन्होंने कहा कि दो हजार से 5 हजार का सामान 50 हजार में खरीदा गया. बडे पैमाने पर ऐसे सामानों की खरीददारी की गयी है. इसकी जांच के आदेश दे दिये गये हैं. पहले विभागीय स्तर पर जांच होगी. जरूरत पड़ी तो निगरानी जांच करायी जायेगी.
दागी अधिकारियों की पोस्टिंग
डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि श्रम संसाधन विभाग में बड़े पैमाने पर खेल चल रहा था. दागी अधिकारियों की मलाईदार जगह पर पोस्टिंग की गयी थी. एक ही अधिकारी को कई पदों का प्रभार दिया गया था. अब तय किया गया है कि कोई भी अधिकारी विभाग में दो पदों के प्रभार में नहीं रहेगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि आईटीआई कॉलेजों में कई और खेल चल रहा है. छात्र के बदले दूसरे लोग परीक्षा दे रहे हैं. ऐसे तमाम मामलों की जांच का आदेश दे दिया गया है.
तेजस्वी यादव के विभाग की भी फाइल खुलेगी
डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पथ निर्माण विभाग में भी बड़ा खेल चल रहा था. ये विभाग पहले तेजस्वी प्रसाद यादव के पास था. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पथ निर्माण विभाग वसूली का विभाग बन गया था. अब भ्रष्टाचार रोकने के लिए सख्त आदेश जारी किये गये हैं. सारी फाइलों की जांच हो रही है. उन्होंने कहा कि पहले की सरकार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने पास सारे कमाई वाले विभाग रखे थे. उनका मकसद क्या था ये सामने आ चुका है. अब सारे मामलों की जांच होगी और कार्रवाई होगी.