राजद-जदयू में शुरू हो गया खेल: उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी को जंगलराज की दिलायी याद, सार्वजनिक तौर पर दी खुली चेतावनी

राजद-जदयू में शुरू हो गया खेल: उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी को जंगलराज की दिलायी याद, सार्वजनिक तौर पर दी खुली चेतावनी

PATNA: क्या पांच महीने पहले बने नीतीश-तेजस्वी के गठजोड़ की उलटी गिनती शुरू हो गयी है? नीतीश के खास माने जाने वाले जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के तेजस्वी पर हमले से इसका ही संकेत मिला है. उपेंद्र कुशवाहा  ने आज सीधे तेजस्वी पर हमला बोलते हुए उन्हें लालू-राबड़ी दौर के जंगलराज की याद दिलायी. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश जैसे मर्द नेता ने ही बिहार को उस खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलायी थी. कुशवाहा ने तेजस्वी यादव को अपने नेताओं पर काबू रखने की भी नसीहत देते हुए कहा है कि ये आपके लिए अच्छा नहीं होगा। 


सुधाकर सिंह के बहाने तेजस्वी पर सीधा हमला

जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने आज राजद के विधायक सुधाकर सिंह के बहाने तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोल दिया. दरअसल कृषि मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सुधाकर सिंह लगातार नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. सुधाकर सिंह के बयानों के बहाने उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी को लालू-राबड़ी दौर के जंगलराज की याद दिला दी. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि तेजस्वी अपने विधायक को बतायें कि कैसे नीतीश कुमार ने उनके माता-पिता के दौर के खौफनाक मंजर से बिहार को मुक्ति दिला कर मर्दानगी भरा काम किया था।


मामला ये है कि सुधाकर सिंह ने एक बयान में नीतीश कुमार को शिखंडी करार दिया था. इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर आकर तेजस्वी को जंगलराज की याद दिलायी. नीतीश की मर्दानगी बतायी और अपने विधायक को काबू में रखने की खुली नसीहत दी. देखिये उपेंद्र कुशवाहा ने क्या लिखा है सोशल मीडिया पर..


"तेजस्वी यादव जी, जरा गौर से देखिए-सुनिए अपने एक माननीय विधायक के बयान को और उन्हें बताईए कि राजनीति में भाषाई मर्यादा की बड़ी अहमियत होती है. वे उस शख्सियत को "शिखंडी" कह रहें हैं जिन्होंने बिहार को उस "खौफनाक मंजर" से मुक्ति दिलाने की "मर्दानगी" दिखाई  थी, वह भी तब जब उसके खिलाफ कुछ भी बोलने के पहले लोग दाएं-बाएं झांक लेते थे.


"उपेंद्र कुशवाहा ने सीधे जंगलराज शब्द का प्रयोग नहीं किया लेकिन इन पंक्तियों को पढ़ने के बाद ये साफ है कि वे किस खौफनाक मंजर का जिक्र कर रहे हैं जिससे नीतीश कुमार ने मुक्ति दिलाने की मर्दानगी दिखायी थी. उपेंद्र कुशवाहा ये भी कह रहे हैं कि उस खौफनाक मंजर के बारे में कुछ बोलने से भी लोग डरते थे, नीतीश ने उससे मुक्ति दिला दी. उपेंद्र कुशवाहा यहीं नहीं रूके. सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा है।


"सुधाकर सिंह के ऐसे बयानों से प्रदेश की लाखों-करोड़ों जनता एवं वर्तमान जद (यू.) और तत्कालीन समता पार्टी के उन हजारों कार्यकर्ताओं की भावना को चोट पहुंचती है जिन्होंने उस दौर में नीतीश कुमार जी का साथ-सहयोग दिया, कुर्बानी दी. सुधाकर जी को बताईए, कम से कम बिहार को उस खौफनाक मंजर से बाहर निकालने जैसे मर्दानगी भरे कार्यों के लिए तो‌ नीतीश कुमार जी को बिहार का इतिहास निश्चित ही याद करेगा."


JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ये कह रहे हैं कि लालू-राबड़ी दौर के खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलाने के लिए नीतीश  कुमार को याद किया जायेगा. जेडीयू नेता का बयान तब आय़ा है कि जब नीतीश कुमार लालू यादव के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं. अब तेजस्वी को अपने मां-बाप के दौर की याद दिलायी जा रही है। 


तेजस्वी को चेतावनी

उपेंद्र कुशवाहा ने न सिर्फ जंगलराज की याद दिलायी है बल्कि तेजस्वी को चेतावनी भी दे डाली है. सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा है। "तेजस्वी जी, अब आप ही बताइए, अबतक जनता के आशीर्वाद से राज्य में सबसे अधिक बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का रिकॉर्ड कायम करने वाले इतने बड़े नेता को कोई 'नाईट गॉर्ड' कहे, यह बिहार की समस्त जनता का अपमान नहीं तो और क्या है ? ऐसे बयानों पर जितनी जल्दी रोक लगे उतना श्रेयस्कर होगा. गठबंधन के लिए और शायद आपके लिए भी."


उपेंद्र कुशवाहा के बयान का आखिरी लाइन सीधे तेजस्वी को चेतावनी है. वे कह रहे हैं कि तेजस्वी अपने विधायक पर लगाम लगायें वर्ना ये तेजस्वी यादव के लिए भी ठीक नहीं होगा. गठबंधन पर तो इसका असर पड़ेगा ही.पांच महीने पहले बिहार में नीतीश तेजस्वी का नया गठजोड़ बना था. उसके बाद ये पहला मौका है जब जेडीयू के बड़े नेता ने सीधे तेजस्वी यादव को सीधी चेतावनी दी है. सार्वजनकि तौर पर न सिर्फ चेतावनी दी गयी है बल्कि जंगलराज की भी याद दिलायी गयी है. जाहिर है पांच महीने पुराने गठबंधन में ऑल इज वेल नहीं है. अब देखना होगा कि राजद इसका कैसे और क्या जवाब देता है.