PATNA : विधान परिषद के लिए उम्मीदवारों का नाम घोषित होने के पहले नेताओं की दावेदारी लगातार जारी है. राष्ट्रीय जनता दल में लगातार इस बात को लेकर चर्चा है कि पार्टी विधान परिषद की एक सीट पर अति पिछड़ा समाज से आने वाले किसी चेहरे को भेज सकती है. राजनीतिक गलियारे में लगातार आरजेडी की तरफ से प्रोफेसर रामबली चंद्रवंशी का नाम तैर रहा है लेकिन उनके मुकाबले अशोक आजाद चंद्रवंशी भी खड़े नजर आ रहे हैं.
दरअसल बी एन कॉलेज के प्रोफेसर रामबली सिंह अति पिछड़ा तबके से परिषद के मजबूत दावेदार हैं. उनका नाम बड़ी तेजी के साथ आरजेडी में ऊपर आया है. तेजतर्रार और विरोधियों पर हमला बोलने में माहिर प्रोफेसर रामबली चंद्रवंशी पार्टी विधान परिषद गए तो पार्टी को फायदा मिलेगा लेकिन पिछले दिनों उनके खिलाफ बीएन कॉलेज के एक छात्र ने जिस तरह कंप्लेंट दर्ज कराई है. वह मामला रामबली चंद्रवंशी के विरोध में जा सकता है.
दरअसल पश्चिमी चंपारण जिले के रामनगर थाना इलाके के रहने वाले एक छात्र ने प्रोफेसर रामबली सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इसी साल फ़रवरी में यह मामला दर्ज कराया गया था. बीएन कॉलेज में पढ़ने वाले पॉलिटिकल साइंस के इस छात्र का आरोप है कि प्रोफेसर रामबली सिंह उसे अपने डिपार्टमेंट में बुलाते थे और फिर अश्लील हरकत करते थे. इनकार करने पर पैसा लेने का झूठा आरोप लगाकर बर्बाद करने और जान से मारने की धमकी देते थे. स्टूडेंट का आरोप है कि प्रोफेसर उसके साथ फेसबुक पर अश्लील चैटिंग करते थे. जिसे उसने पुलिस को उपलब्ध कराया है.
वहीं रामबली चंद्रवंशी के अलावा इसी समाज से आने वाले दूसरे दावेदार अशोक आजाद चंद्रवंशी हैं. अशोक आजाद लोकसभा का पिछला चुनाव लड़ चुके हैं. उन्होंने नालंदा लोकसभा सीट से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, हालांकि जेडीयू उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार से उन्हें ढाई लाख से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा था. अब अशोक आजाद चंद्रवंशी राष्ट्रीय जनता दल के साथ हैं. अशोक आजाद चंद्रवंशी पूर्व एमएलसी बादशाह आजाद के भतीजे हैं. इससे आरजेडी के साथ उनका पुराना नाता रहा है लेकिन पिछला लोकसभा चुनाव किसी दूसरी पार्टी के सिंबल पर लड़ना उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
राजद पार्टी की ओर से अभी किसी के नाम पर फिलहाल आखिरी मुहर नहीं लगी है. लेकिन ये दोनों नाम इनदिनों चर्चा में बने हुए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इनदोनों में से ही किसी एक को आरजेडी विधान परिषद भेजने की तैयारी में है. हालांकि अभी इंतजार करना होगा. जब तक पार्टी की ओर से आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं हो जाती.