DELHI: रिलायंस फाउंडेशन ने कोरोना वायरस (कोविड-19) से लड़ रहे सर एच. एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों को एक महीने का अतिरिक्त वेतन देने की घोषणा की है। डॉक्टरों और नर्सों समेत यह वेतन उन स्वास्थ्यकर्मियों को भी मिलेगा जो कोरोना वायरस से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।कोरोना वायरस से लड़ने के लिए रिलायंस फाउंडेशन ने मुंबई में 100 बिस्तरों का एक अस्पताल भी बनाया था। इस अस्पताल में काम करने वाले रिलायंस फाउंडेशन के स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों को भी एक महीने के अतिरिक्त वेतन दिया जाएगा।
रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अंबानी का आभार जताते हुए सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. तरंग ने कहा कि इस मुश्किल की घड़ी में उन्होंने हमारा ख्याल रखा इससे हम अभिभूत हैं और उनके आभारी हैं। डॉ. तरंग में कोरोना संक्रमितों के उपचार में जुटे देश भर में डॉक्टरों और नर्सों पर हमले की रिपोर्ट्स पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि एकतरफ जहां लोगों के उन पर थूकने, मकान मालिकों के भद्दा व्यवहार करने की खबरे भी सामने आ रही हैं। ऐसे में रिलायंस फाउंडेशन का डॉक्टरों को अतिरिक्त वेतन देने जैसा कदम सेवाभाव के प्रति हौसला और संबल बढ़ाने वाला है।
स्वास्थ्यकर्मियों के नाम अपने पत्र में डॉ. तरंग ने धन्यवाद देते हुए कहा है कि आप कोरोना वायरस से अपनी लड़ाई जारी रखिए हम आपको पूरा सहयोग करेंगे।स्वास्थ्यकर्मियों को हीरो बताते हुए उन्होंने कहा कि “हम पूरी रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल टीम के बहुत आभारी हैं, जो कोविड-19 के खिलाफ इस युद्ध में एक सेना की तरह एक साथ काम कर रहे हैं। आप असली योद्धा और वास्तविक नायक हैं। सभी के बेजोड़ प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प पर हमें बेहद गर्व है।”
एक महीने की अतिरिक्त वेतन के अलावा घर के लिए किराने का सामान भी रिलायंस फाउंडेशन की तरफ से दिया जा रहा है। यह सामान उन स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जाएगा जो अस्पताल में काम के दौरान घर पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। इसके अलावा स्वास्थयकर्मियों के लिए फ्री बस सर्विस, फ्री खाना पीना, सुरक्षा के सभी जरूरी उपकरण जैसी सुविधाएं भी रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल कर्मियों को दे रहा है।
रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल ने एक कदम आगे बढ़ते हुए यह घोषणा भी की है कि यदि मरीजों के उपचार के दौरान रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल या 100 बिस्तरों वाले विशेष अस्पताल का कोई स्वास्थयकर्मी या फिर उनके परिवार का कोई सदस्य कोरोना की चपेट में आ जाता है। तो उसके इलाज का पूरा खर्च फाउंडेशन उठाएगा।