NALANDA : कभी बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लागू शराबबंदी कानून का सुर से सुर मिलाकर समर्थन करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे आरसीपी सिंह ने भी अब शराबबंदी कानून पर सवाल उताहे हुए इस वापस लेने का मांग किया है। उन्होंने कहा है कि इसके कारण बिहार का विकास नहीं हो रहा है।
दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह नालंदा में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती समारोह के मौके पर सिलाव प्रखंड क्षेत्र के धराहरा हाई स्कूल के मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जहां इन्होंने शराबंदी कानून पर सवाल उताहे हुए कहा कि अब नीतीश कुमार को अपनी जिद्द छोड़ देना चाहिए। उनको बिहार में लागु शराबबंदी कानून को खत्म कर देना चाहिए। इसके आलावा आरसीपी ने जदयू को लेकर कहा निकट के कुछ महीनों में ही इसका राजद के साथ विलय होने वाला है। इसके आलावा उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बेकार का सपना देख रहे हैं, अभी देश में पीएम को लेकर कोई पद खाली नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह जरूर सलाह दिया कि विपक्ष के पास पीएम के लिए कई वैकेंसी मौजूद हैं। उन्हें इसमें ट्राय करना चाहिए।
उन्होंने बिहार सरकार के तरफ से नौकरी को लेकर किए जा रहे वादों को लेकर भी कहा कि, बिहार में अपना चेहरा चमकाने के लिए सरकार रोजगार तो बांट रही है, लेकिन इतने लोगों को बिहार सरकार वेतन कहां दे पाएगी, यह बड़ा सवाल हैं ? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में शराबंदी को लेकर राजस्व का नुकसान हो रहा है, इस कारण अब शराब को फिर से चालू कर देना चाहिए।
इसके साथ ही आरसीपी ने कहा कि बिहार में राजस्व नहीं रहने के कारण गांव के सड़के खराब हो रही है। यही कारण है कि आज गांव में विकास नहीं हो पा रही है। गौरतलब हो कि, नालंदा में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह लगातार जनता के बीच अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं। इसी को लेकर वह नालंदा के अलग-अलग प्रखंडों में कई कार्यक्रम में शामिल हुए। पूर्व केंद्रीय मंत्री अपने पैतृक गांव मुस्तफापुर से निकलकर मानपुर, गिरियक, सिलाव प्रखंड के कई गांव को होते हुए देर शाम धरहरा गॉव पहुंचे थे। जहां उन्होंने नीतीश कुमार और बिहार सरकार को लेकर यह बातें कही।