DESK : भारत और ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी मिलकर कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन बनाने का प्रयास कर रही है. इस वैक्सीन से दुनियाभर को उम्मीदें हैं. फ़िलहाल दुनिया में जितनी भी वैक्सीन पर काम चल रहा है, उनमें ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस वैक्सीन का सफल परिक्षण होता है तो भारत में उत्पादन के लिए सीरम इंस्टीट्यूट को पहले ही अनुमति मिल चुकी है.
सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया में सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों में से एक है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में बन रही इस वैक्सीन को भारत में Covishield के नाम से सीरम इंस्टीट्यूट बनायेगी. दरअसल, बिजनेस टुडे में छपी एक खबर के मुताबिक, वैक्सीन के सफल होने के बाद लोगों को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत इसे मुफ्त में दी जाने की योजना है . इसके लिए सरकार ने वैक्सीन का ट्रायल तेजी से पूरा करने की मंजूरी दे दी है. शनिवार को भारत में Covishield वैक्सीन के फेज-3 का ट्रायल शुरू कर दिया गया है. थर्ड फेज के ट्रायल को पूरा होने में करीब 72 दिन लग सकते हैं.
बता दें कि ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन के उत्पादन का अधिकार एस्ट्रेजेनका कंपनी को है. एस्ट्रेजेनका कंपनी के साथ ही सीरम इंस्टीट्यूट ने करार किया है. इस करार के तहत सीरम इंस्टीट्यूट न सिर्फ भारत बल्कि 92 देशों में वैक्सीन की सप्लाई कर सकती है. वहीं, सीरम इंस्टीट्यूट को कोरोना वैक्सीन तैयार करने के लिए बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन और गवि वैक्सीन्स अलायंस की तरफ से 150 मिलियन डॉलर का फंड भी मिल चुका है. ये फंड भारत सहित अन्य विकासशील देशों को वैक्सीन सप्लाई करने के लिए दिया गया है.