राष्ट्रपति ने स्वीकारा पारस का इस्तीफा, रिजिजू को मिला उनका प्रभार

राष्ट्रपति ने स्वीकारा पारस का इस्तीफा, रिजिजू को मिला उनका प्रभार

PATNA : देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। पारस ने सीट-बंटवारे में उनकी पार्टी की अनदेखी के कारण मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था। वे फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मंत्री थे। अब पारस की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री किरेन रिजिजू संभालेंगे।


राष्ट्रपति के प्रेस सचिव की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि -  भारत की राष्ट्रपति ने, प्रधानमंत्री की सलाह के अनुसार, संविधान के अनुच्छेद 75 के खंड (2) के तहत, केंद्रीय मंत्रिपरिषद से पशुपति कुमार पारस का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री की सलाह के अनुसार, राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि कैबिनेट मंत्री किरेन रिजिजू को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा, फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मंत्रालय का प्रभार सौंपा जाए।


मालूम हो कि, बिहार में एनडीए के सीट बंटवारे से नाराज आरएलजेपी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने बीते कल कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होने कहा कि वो सीट बंटवारे से नाराज थे। महज 2-3 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेस में उन्होने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। उन्होने इस बात का भी जिक्र किया कि उनकी पार्टी के साथ अन्याय हुआ है। पूरी ईमानदारी के साथ उनकी पार्टी ने एनडीए की सेवा की है। लेकिन मेरे और मेरी पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई है। इसलिए कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं।


उधर, इस्तीफा देने के बाद पशुपति पारस शाम में पटना पहुंचे। पटना पहुंचते ही कार्यकर्ता उनसे मिलने पहुंच गये। इस दौरान राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से उन्होंने बातचीत की। अभी वो एनडीए में हैं अलग नहीं हुए हैं। हमलोगों के साथ भारी अन्याय हुआ है। हमारे नेता पशुपति पारस का फैसला हिमालय की तरह अडिग है। वो किसी भी हाल में हाजीपुर से ही चुनाव लड़ेंगे और भारी मतों से चुनाव भी जीतेंगे। दो तीन दिन में पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में जो फैसला लिया जाएगा उसके तहत आगे की रणनिती तैयार की जाएगी।