PATNA : रामनवमी के मौके पर सासाराम में दंगा भड़काने के मामले में दोषी करार दते हुए भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को अरेस्ट कर लिया गया है। इसके बाद मजिस्टेट के सामने पेशी के उपरांत इन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जिसके बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी मायूसी का माहौल बना हुआ है।
दरअसल, रामनवमी के मौके पर सासाराम में निकलने वाली झुलस के दौरान संप्रदायिक हिंसा भड़क गई। दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी और आगजनी किए गए। जिसके बाद कई दिनों तक इलाके में पुलिस कैंप करते रही। इस मामले में पुलिस की तरफ से लगातार कार्रवाई की जा रही है और इसी कड़ी में भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को पुलिस ने उनके घर से अरेस्ट कर लिया। इसके बाद अब इन्हें जेल भी भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है कि, रोहतास पुलिस पूर्व विधायक को नगर थाना की पुलिस ने सासाराम स्थित उनके आवास से शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। इनके ऊपर सासाराम में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप दर्ज किया गया। इसके बाद अब इन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले रामनवमी जुलूस के बाद हुए हिंसा और पत्थरबाजी मामले में बीजेपी के तीन नेताओं ने बीते 17 जनवरी को शिवसागर थाना में सरेंडर किया था। तीन सरेंडर करने वालों में डॉ शिवनाथ चौधरी, सोनू सिन्हा और रॉबिन केसरी शामिल हैं।
मालूम हो कि, जवाहर प्रसाद सासाराम विधानसभा क्षेत्र का 5 बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 1990 में वह पहली बार विधायक बने थे। हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में सासाराम सीट जेडीयू के पास जाने से इन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया था। अब रामनवमी जुलूस के बाद सासाराम में हिंसा, पत्थरबाजी और आगजनी मामले में पुलिस की यह कार्रवाई की गई है। पुलिस टीम का इस मामले में नामजद आरोपियों पर आत्मसपर्मण के लिए दबिश भी जारी है।
आपको बताते चलें कि, बिहार के 5 जिले रोहतास, नालंदा, भागलपुर, गया और मुंगरे में रामनवमी की शोभायात्रा को लेकर हिंसक झड़प हुई थी। इस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने सख्ती दिखाई थी। नालंदा में धारा 144 लागू कर दिया गया था। सासाराम, बिहारशरीफ में कई दिनों तक इंटरनेट बंद रहा था। जबकि बिहारशरीफ में हिंसा में एक युवक की मौत हो गई थी।