रामचरितमानस विवाद पर बोले नीतीश, जिसको जो करना है करे.. धर्म में हस्तक्षेप नहीं

रामचरितमानस विवाद पर बोले नीतीश, जिसको जो करना है करे.. धर्म में हस्तक्षेप नहीं

ARWAL : रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान देने के बाद मंत्री चंद्रशेखर जेडीयू के निशाने पर हैं। जेडीयू लगातार उनसे माफी की मांग कर रही है लेकिन चंद्रशेखर के पीछे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से लेकर उनकी पूरी पार्टी खड़ी है। लिहाजा अब जेडीयू की तरफ से खुलकर आरजेडी के ऊपर हमला बोला जाना शुरु हो चुका है। इस पूरे विवाद के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ताजा बयान सामने आया है। अरवल में समाधान यात्रा के लिए पहुंचे नीतीश कुमार ने सीधे तौर पर कह दिया है कि धर्म के मामले में कोई हस्तक्षेप ठीक नहीं है। जिसका जो मन करे उसे करना चाहिए। इन सब बातों पर कुछ कहना ठीक नहीं। नीतीश कुमार ने कहा कि यह बात तेजस्वी यादव ने भी कह दी है।


दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी का स्टैंड साफ कर दिया। नीतीश ने कहा है कि सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए और धर्म को लेकर किसी तरह का न तो विवाद करना चाहिए और ना ही उसपर कुछ बोलना चाहिए। हमारा शुरू से मानना रहा है कि कोई किसी भी धर्म को मानने वाला हो, उसमें किसी तरह की दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस ढंग से भी लोग धर्म का पालन करते हैं, पालन करें। सभी धर्मों की इज्जत होनी चाहिए और इसमें किसी तरह से हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। 


नीतीश ने साफ तौर कर कहा कि जिसको जो मन करे वह करे, जिस भगवान की पूजा करनी है करे लेकिन इन सब चीजों पर कुछ नहीं बोलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने धर्म ग्रंथ को लेकर जो बयान दिया है वह ठीक नहीं है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी इस तरह की बात नहीं करने की सलाह मंत्री दो दी है। सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए और धर्म के मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री के बयान के बाद स्पष्ट हो गया है कि इस मुद्दे पर जेडीयू आरजेडी के सामने झुकने वाली नहीं है।