PATNA : विधानसभा चुनाव के पहले आरजेडी के अंदर रघुवंश प्रसाद सिंह को लेकर मचे सियासी बवंडर को शांत करने का प्रयास आरजेडी सुप्रीमो कर रहे हैं। इस मामले में अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को रांची तलब किया है वहीं लगातार पार्टी के पुराने नेताओं को कहा गया है कि वह रघुवंश प्रसाद सिंह के संपर्क में रहें। दरअसल आरजेडी के स्थापना काल से जुड़े रघुवंश की ताकत को लालू यादव भली-भांति जानते हैं। यही वजह है कि लालू विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कोई नई मुसीबत मोल नहीं लेना चाहते।
उधर आरजेडी में एंट्री को बेताब पूर्व सांसद रामा सिंह लगातार इस बात का प्रयास कर रहे हैं कि रघुवंश की नाराजगी पहले से और ज्यादा बढ़ जाए। रामा सिंह लगातार यह बयान दे रहे हैं कि वह जल्द ही आरजेडी का दामन थाम लेंगे हालांकि आरजेडी के अंदर खाने से मिल रही खबरों के मुताबिक अब तक इसे लेकर कोई तैयारी नहीं की गई है। रामा सिंह जानते हैं कि रघुवंश बाबू के रहते आरेजेडी में उनकी एंट्री मुश्किल होगी। ऐसे में उनकी पूरी कोशिश है कि रघुवंश खुद ही आरजेडी से बिदककर जेडीयू में चले जाएं और उनका रास्ता साफ हो जाए।
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी रामा सिंह की इस प्लानिंग को समझ गए हैं लिहाजा उन्होंने आनन-फानन में डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू कर दी है। लालू जानते हैं कि राजपूत बिरादरी से आने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह और रामा सिंह के बीच कोई तुलना नहीं की जा सकती। रघुवंश प्रसाद सिंह की नाराजगी से आरजेडी को राजपूत वोटों का नुकसान झेलना पड़ सकता है। साथ ही साथ पार्टी के कई पुराने नेता भी इस बात को लेकर नाराज हो सकते हैं लिहाजा रघुवंश को पार्टी के साथ बनाए रखने की कोशिशें तेज हो गई हैं।