PATNA : अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर जमकर सियासत हुई। इंडिया गठबंधन के कई सहयोगी दलों ने राम मंदिर कार्यक्रम को राजनीतिक प्रोग्राम बताते हुए प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने से मना कर दिया। बिहार महागठबंधन की सबसे मजबूत पार्टी लालू यादव की आरजेडी का भी यही स्टैंड है। राजद सुप्रीमो लालू यादव ने भी अयोध्या जाने से मना कर दिया था। लेकिन इस पूरे मामले पर अब तक नीतीश की पार्टी जेडीयू का स्टैंड अभी तक साफ नहीं था। अब प्राण प्रतिष्ठा के दिन नीतीश के सबसे करीबियों में एक जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा के एक्स पोस्ट से राम मंदिर पर जदयू का स्टैंड काफी हद तक क्लियर हो गया है संजय झा ने पोस्ट में लिखा जय-जय सियाराम।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन जल संसाधन मंत्री संजय झा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा भगवान श्री हरि विष्णु के अवतार प्रभु श्रीराम सत्य, दया, करुणा और अच्छाई के आदर्श प्रतीक तथा मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। हमारे बड़े-बुजुर्गों के बीच जब भी संस्कृति और सदाचार की चर्चा होती है, प्रभु श्रीराम और माता जानकी का नाम अगाध श्रद्धा के साथ लिया जाता है।
राम राज की अवधारणा भी शासन द्वारा न्याय और जनकल्याण में निहित है।आज अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में स्थापित रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मैं प्रार्थना करता हूं कि प्रभु श्रीराम और माता जानकी सभी देशवासियों को सुख-शांति-समृद्धि प्रदान करें और जीने की सही राह दिखलाएं। समस्त देशवासियों को इस पुण्य अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। जय जय सियारामइस पोस्ट के जरिए मंत्री संजय झा ने ये क्लियर कर दिया है कि पार्टी को न तो सियाराम और राम मंदिर किसी पर कोई ऐतराज नहीं है। और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पूरे देश को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। जबकि बिहार महागठबंधन की सहयोगी पार्टी आरजेडी ने राम मंदिर से दूरी बना रखी है।
आज ही लालू यादव के बड़े बेटे और नीतीश सरकार में पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा। कि सबसे पहले महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार बंद होना चाहिए और ग़रीबी और भूख जैसे रावण को कैसे ख़त्म करे इस पर विचार होना चाहिए। राम को लाना है तो अपने बुरे विचारों को बाहर निकालिए और देश को प्रेम सद्भाव और खुशहाली के रास्ते पर लेके चलिए।
उधर, एक तरफ इंडिया गठबंधन ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया है। तो वहीं गठबंधन की सहयोगी जदयू की विचारधार इंडिया अलायंस से अलग है। एक और कांग्रेस बहिष्कार पर आमादा है। तो वहीं जेडीयू ने जय-जय सियाराम कह दिया है।