राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद UP में हाई अलर्ट, पकड़े गए खालिस्तानी आतंकी

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद UP में हाई अलर्ट, पकड़े गए खालिस्तानी आतंकी

DESK : अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद नया खतरा मंडराने लगा है। यहां खालिस्तान समर्थक संगठन एसएफजे के 3 सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। पुलिस मुख्यालय से जारी दिशा निर्देश में सभी जिलों की पुलिस को गणतंत्र दिवस 26 जनवरी तक अलर्ट रहने को कहा गया है। खासतौर पर राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर अयोध्या और आसपास की जिलों की पुलिस को अतिरिक्त एहतियात बरतने को कहा गया है। इसी प्रकार राम मंदिर परिसर और उसके बाहर के हिस्सों में 10 हजार सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। 


 मिली जानकारी के मुताबिक रामनगरी में सुरक्षा बढ़ाते हुए 13 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इन सभी पुलिसकर्मियों को हर समय चौकस रहने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें मुख्यालय स्तर से 31 आईपीएस अफसर शामिल हैं।  इसके अलावा 44 एएसपी, 140 सीओ, 208 इंस्पेक्टर और 1196 सब इंस्पेक्टरों के अलावा 5 हजार से अधिक कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल शामिल हैं। इसके अलावा 26 कंपनी पीएसी, 7 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एटीएस व एसटीएफ की टीम को भी यहां तैनात किया गया है। 


वहीं, राम मंदिर में लगे कैमरों से तो निगरानी हो ही रही है, अयोध्या नगर में यलो व रेड जोन में 400 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इन सभी कैमरों को भी इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जोड़कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से निगरानी हो रही है। इसी के साथ आसपास के जिलों में चेकिंग बढ़ाने के साथ ही रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सघन जांच पड़ताल शुरू की गई है। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, अंबेडकरनगर, गोंडा व गोरखपुर से अयोध्या की ओर जाने वाले मार्गों पर पहले से ही वाहनों का प्रवेश प्रतबंधित है। केवल आवश्यक सेवा वाले वाहनों को ही अंदर प्रवेश दिया जा रहा है। 


उधर, पुलिस के मुताबिक अयोध्या में खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित संगठन SFJ के 3 सदस्य पकड़े गए है। इन आतंकियों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि अब तक साफ नहीं हो सका है कि इनके मंसूबे क्या थे।  फिलहाल पूरे प्रदेश में 26 जनवरी तक हाई अलर्ट जारी रहेगा। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अयोध्या के आसपास के जिलों में पीएसी की कंपनियों को रिजर्व रखा गया है। इसी प्रकार एनएसजी समेत अन्य केंद्रीय सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां भी मुस्तैद हैं। एंटी माइन व एंटी ड्रोन सिस्टम समेत अन्य अत्याधुनिक उपकरणों को भी अलर्ट मोड में रखा गया है।