1st Bihar Published by: Updated Thu, 19 May 2022 12:07:47 PM IST
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PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए के कई नेता बिहार विधानसभा पहुंचे। जहां अनिल हेगड़े के नॉमिनेशन में शामिल हुए। राज्यसभा के लिए जेडीयू प्रत्याशी अनिल हेगड़े ने आज नामांकन किया। बता दें कि किंग महेंद्र के निधन से खाली पड़े राज्यसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव के लिए जेडीयू के अनिल हेगड़े का निर्विरोध चुना जाना तय है। गुरुवार को नामांकन की आखिरी तारीख है। जदयू प्रत्याशी अनिल हेगड़े के नामांकन में एनडीए के कई नेता शामिल हुए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अनिल हेगड़े जी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। यही कारण है कि इनको पार्टी ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। अनिल हेगड़े शरद यादव जी के साथ भी काम कर चुके हैं। राज्यसभा जाने के लिए इनकी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं थी। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है।
सीएम नीतीश ने कहा कि अनिल हेगड़े शुरू से ही पार्टी के लिए काम करते रहे हैं। कभी किसी चीज के लिए इन्होंने इच्छा प्रकट नहीं की। जॉर्ज साहब के समय से पार्टी के लिए ये काम कर रहे हैं। इनकी कोई व्यक्तिगत ख्वाइश नहीं है ये लगातार काम करने वाले व्यक्ति हैं। बहुत ही अच्छे व्यक्ति हैं। ये बहुत खुशी की बात है कि आज इन्होंने राज्यसभा के लिए नामांकन किया है। सभी चाहते थे कि अनिल हेगड़े को मौका मिलना चाहिए।
आज नामांकन की अंतिम तिथि है। नामांकन पत्रों की जांच 20 मई को होगी। 23 मई को नाम वापसी की आखिरी तिथि है। यदि आखिरी दिन किसी ने पर्चा भरा तब 30 मई को मतदान होगा। उसी दिन शाम को परिणाम भी सामने आ जाएगा। बता दें कि अनिल हेगड़े जेडीयू के वरिष्ठ नेता हैं वे जार्ज फर्नांडिस के सहयोगी रहे हैं।
अनिल हेगड़े मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तीन दशक से जुड़े हुए हैं। पार्टी के प्रति उनके समर्पन को देखते हुए जेडीयू ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है। अनिल हेगड़े कर्नाटक के निवासी है। वर्तमान में वे जदयू के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी हैं।
लंबी अवधि से वे जदयू के संगठन का काम देख रहे हैं। इसके अतिरिक्त किसी भी तरह के विवाद या गुट से कभी उनका नाता नहीं रहा है। अनिल हेगड़े का राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद दो वर्ष का कार्यकाल होगा। अनिल हेगड़े का कार्यकाल अप्रैल 2024 तक होगा।
