PATNA : बिहार में पुलिस महकमें से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी राजविंदर सिंह भट्टी को बिहार का नया डीजीपी बनाया गया है। सरकार ने इससे जुड़ी अधिसूचना जारी कर दी है।
1990 बैच के आईपीएस अधिकार राजविंदर सिंह भट्टी इससे पहले सीमा सुरक्षा बल के एडीजी थे। वर्तमान डीजीपी एसके सिंघल 19 दिसंबर को रिटायर होने वाले हैं। अब बिहार के डीजीपी की जिम्मेदारी राजविंदर सिंह भट्टी को सौंपी गयी है।
राजविंदर सिंह भट्टी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के तहत दो बार सीबीआई में भी रह चुके हैं। वे सीवान में डीआईजी के तौर पर भी काम कर चुके हैं। आरएस भट्टी मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं। बिहार कैडर होने की वजह से उन्होंने प्रदेश में अपराध पर लगाम लगाने के लिए कई काम किये हैं। उन्होंने मोहम्मद शहाबुद्दीन, प्रभुनाथ सिंह, दिलीप कुमार सिंह जैसे बाहुबलियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। जिसकी चर्चा आज भी पुलिस महकमे में होती है।
1990 बैच के IPS अधिकारी राजविंदर सिंह भट्टी की की छवि एक कड़क अधिकारी के रूप में हैं। एक समय था जब बिहार के अपराधी राजविंदर सिंह भट्टी के नाम से ही कांपते थे। बात 2005 की है जब बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा था। सितंबर 2005 में ही राजविंदर सिंह भट्टी सीवान के एसपी बनकर आए थे। उस वक्त सीवान के सांसद बाहुबली शहाबुद्दीन थे।
तब सीवान में शहाबुद्दीन की मर्जी के बगैर कोई पत्ता तक नहीं हिलता था। तब शहाबुद्दीन की गिरफ्तारी के लिए एक महिला सब इस्पेक्टर गौरी को इस ऑपरेशन की कमान सौंपी गयी थी। राजविंदर सिंह भट्टी ने गौरी के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनायी थी। आरएस भट्टी सीवान में ही बैठकर ऑपरेशन को ऑपरेट कर रहे थे।
इस बात की जानकारी किसी को भी नहीं थी। 5 नवम्बर 2005 की रात को पुलिस ने शहाबुद्दीन के दिल्ली स्थित आवास को घेर लिया। जिसके बाद गौरी कुमारी ने शहाबुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया और 6 नवम्बर को शहाबुद्दीन को पटना लाया गया। आरएस भट्टी के निर्देश पर ही शहाबुद्दीन को हेलीकॉप्टर से सीवान लाया गया। जहां कोर्ट में शहाबुद्दीन की पेशी हुई जिसके बाद जेल भेज दिया गया।