JAIPUR : राजस्थान में सत्ता को लेकर जारी सियासी रण के बीच राज्यपाल कलराज मिश्र ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है. राज्यपाल कलराज मिश्र ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि राजस्थान में विधानसभा सत्र बुलाने के लिए सरकार वाजिब कारण नहीं बता रही थी. राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि सीएम ने यह नहीं बताया कि वह विधानसभा सत्र क्यों बुलाना चाहते हैं. यह स्पष्ट नहीं हो रहा था कि सत्र सामान्य होगा या फिर विश्वासमत प्राप्त करने के लिए बुलाया जा रहा है. राज्यपाल ने कहा है कि इसी वजह से उन्होंने सत्र को मंजूरी नहीं दी थी.
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि उनकी मंशा सत्र खारिज करने की नहीं थी लेकिन सरकार ने स्पष्ट तौर पर वजह नहीं बताई. कलराज मिश्र ने राजभवन पर कांग्रेस विधायकों की तरफ से दिए गए धरना को अफसोसजनक के करार देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति थी. आपको बता दें कि बुधवार को राज्य सरकार ने एक बार फिर से सत्र बुलाने के लिए नया प्रस्ताव भेजा है जिसे राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्वीकार कर लिया. राज्यपाल द्वारा दिए गए आदेश के मुताबिक 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होगा. कांग्रेस सरकार की कोशिश है कि वह विधानसभा सत्र के दौरान बहुमत को साबित कर दें.
उधर एक और महत्वपूर्ण डेवलपमेंट में राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी से अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने मुलाकात की है. इन इस मुलाकात का एक वीडियो सामने आया है मुलाकात के दौरान स्पीकर सीपी जोशी ने कहा है कि हालात मुश्किल है 30 आदमी निकल जाते तो आप कुछ नहीं कर सकते. वह सरकार गिरा देते. दरअसल सीपी जोशी का बुधवार को जन्मदिन था और इसी मौके पर वैभव गहलोत उनसे मुलाकात करने पहुंचे थे. इस मुलाकात का एक वीडियो स्पीकर के स्टाफ की तरफ से जारी कर दिया गया जिसमें कई बातें कैमरे के सामने बोली जा रही थी.