Bihar Crime News: जमीनी विवाद में गोलीबारी और बमबारी, एक गंभीर रूप से घायल; छापेमारी जारी Andhra Pradesh population policy: जनसंख्या बढ़ाओ, पैसा पाओ! इस राज्य में परिवार बढ़ाने पर सरकार देगी आर्थिक मदद Bihar Crime News: पटना सिटी में दो गुटों के बीच मारपीट और चाकूबाजी, 3 घायल; 5 गिरफ्तार Corona In Bihar: पटना में कोरोना के मामले बढ़े, 8 नए संक्रमित; कुल संख्या 50 पार Bihar Crime News: चलती ट्रेन में पर्स काटने वाला चोर धराया, कई जिलों में दर्ज थे मामले; जनता ने खूब की खातिरदारी Train News: यात्री गाड़ी कृपया ध्यान दें! वैष्णो देवी जाने वालों के लिए बिहार से स्पेशल ट्रेन, शेड्यूल हुआ जारी Bihar News: 10 से 28 जून तक 18 एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द, इन ट्रेनों का बदलेगा रास्ता Virsa Munda : जननायक बिरसा मुंडा, जिन्हें उनके ही लोगों ने मात्र 500 रुपए के लालच में अंग्रेजों के हवाले कर दिया! Patna News: पटना को ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत, डबल डेकर पुल बनकर तैयार; जानें... कब से शुरू होगा आवागमन IAS Arrested: IAS अधिकारी घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, व्यापारी से ले रहे थे इतनी रिश्वत!घर से मिला कैश का ढेर
1st Bihar Published by: Updated Fri, 07 Aug 2020 09:28:27 AM IST
- फ़ोटो
DESK : भारतीय रेलवे में नौकरी का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए कोरोना संकट के इस काल में एक और बुरी खबर सामने आई है. भारतीय रेलवे ने अंग्रेजों के समय से चली आ रही खलासी सिस्टम को बंद करने का फैसला लिया है.
इसके साथ ही अब बंगलो पीयोन की भी नियुक्ति नहीं की जाएगी. खबर के मुताबिक बंगलो पीयोन अधिकारियों के घर पर काम करते थे, जिनकी बहाली पर रोक लगा दी गई है. बताया जाता है कि रेलवे के अधिकारी जब तक नौकरी करते हैं उनकी सुविधा लेते रहते हैं. अधिकारी अपनी मर्जी के व्यक्ति को बंगलो पीयोन के नाम पर रेलवे में नौकरी लगवा देते हैं फिर वह मनमर्जी के जगह पोस्टिंग पा जाता है और फिर साहब के घर नया बंगलो पीयोन आ जाता है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
6 अगस्त को इससे जुड़ा नियम जारी कर दिया है. जिसके बाद उनकी भर्ती नहीं की जाएगी. खलासी की बहाली के बारे में भी मुद्दा रेलवे बोर्ड में समीक्षा के अधीन था इसलिए अब फैसला लिया गया है कि आगे से खलासी की बहाली नहीं की जाएगी. रेलवे के तरफ से जारी आदेश में आगे कहा गया है कि, 1 जुलाई 2020 से ऐसी नियुक्तियों के लिए अनुमोदित सभी मामलों की समीक्षा की जा सकती है और बोर्ड को सलाह दी जा सकती है. सभी रेलवे प्रतिष्ठानों में इसका कड़ाई से अनुपालन किया जा सकता है.