महागठबंधन की अटकी गाड़ी को धक्का देने पटना पहुंचे गोहिल, तेजस्वी को मनाने की होगी कोशिश

महागठबंधन की अटकी गाड़ी को धक्का देने पटना पहुंचे गोहिल, तेजस्वी को मनाने की होगी कोशिश

PATNA : कोरोना महामारी के बीच महागठबंधन की सियासत लॉक हो गई है। विधानसभा चुनाव को लेकर जहां हर राजनीतिक दल अलग-अलग कवायद कर रहा है वही महागठबंधन की गाड़ी फंस गई है। बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल फंसी हुई गाड़ी को धक्का देने पटना पहुंचे हैं। वह दो दिनों के बिहार दौरे पर हैं और रविवार को तेजस्वी यादव समेत अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे। 


आज शाम पटना पहुंचे शक्ति सिंह गोहिल ने उम्मीद जताई है कि बिहार में महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच जल्द ही आपसी सहमति बन जाएगी। दरअसल शक्ति सिंह गोहिल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की वर्चुअल मीटिंग के ठीक के 2 दिन बाद पटना पहुंचे हैं। राहुल गांधी ने चुनाव की तैयारी और संगठन के मुद्दे पर पार्टी के नेताओं से चर्चा की थी और इसमें यह बात निकलकर आई थी कि महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तस्वीर साफ नहीं होने के कारण नेता और कार्यकर्ता उहापोह में हैं। इसके बाद राहुल गांधी ने तुरंत गोहिल को यह टास्क दिया कि वह बिहार में सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बातचीत को आगे बढ़ाएं। राहुल के टास्क के साथ गोहिल इस बार पटना में हैं। रविवार को दिनभर उनका अलग-अलग राजनीतिक दल के नेताओं के साथ मिलने का कार्यक्रम है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की संभावना है। 


तेजस्वी से मुलाकात के दौरान शक्ति सिंह गोहिल महागठबंधन में फंसे पेंच को निकालने की पूरी कोशिश करेंगे। कोआर्डिनेशन कमेटी से लेकर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तक के मुद्दे पर चर्चा होने की उम्मीद है। हालांकि गोहिल कह चुके हैं कि सहयोगी दल के अन्य नेताओं के साथ दिल्ली में उनकी बातचीत हुई है और वह महागठबंधन में हर मुद्दे को लेकर सकारात्मक हैं। पटना पहुंचते ही शक्ति सिंह गोहिल ने सबसे पहले कांग्रेस के नेता सदानंद सिंह और पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार से बातचीत की है अब देखना होगा कि राहुल के टास्क को गोहिल कितनी जल्दी पूरा कर पाते हैं।