राहुल गांधी झूठे रामभक्त, सुशील मोदी बोले- अजमल पर चले देशद्रोह का मुकदमा

राहुल गांधी झूठे रामभक्त, सुशील मोदी बोले- अजमल पर चले देशद्रोह का मुकदमा

PATNA: राहुल गांधी के सियाराम वाले बयान को लेकर बीजेपी नेताओं में घोर नाराजगी देखने को मिल रही है। राहुल गांधी के इस बयान को लेकर बीजेपी नेता हमलावर बने हुए हैं। बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला है। सुशील मोदी ने कहा है कि राहुल गांधी झूठे रामभक्त हैं और उन्हें राम से कोई मतलब नहीं है। राहुल गांधी को पता होना चाहिए की जय सियाराम और जय श्री राम में कोई अंतर नहीं है।


दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शुक्रवार को बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोला था। राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी के लोग महिलाओं का सम्मान नहीं करते और सिर्फ जय श्री राम बोलते हैं, जय सियाराम नहीं बोलते हैं। राहुल गांधी ने इस दौरान बीजेपी और आरएसएस के लोगों से अपील की कि वे सीता जी का अपमान नहीं करें।


वहीं सुशील मोदी ने असम के मुस्लिम नेता बदरुद्दीन अजमल के विवादित बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा है कि बदरुद्दीन अजमल जैसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाकर जेल में डाल देना चाहिए। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से अनुरोध किया है कि ऐसे व्यक्ति पर देशद्रोह लगाकर जेल में डालें। बता दें कि बदरुद्दीन अजमल ने असम में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हिंदू 40 साल से पहले गैरकानूनी तरीके से 2-3 पत्नियां रखते हैं। 40 साल के बाद उनमें बच्चा पैदा करने की क्षमता नहीं रहती है। उनको मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए।


वहीं उन्होंने बिहार में डॉक्टरों की कमी को लेकर राज्य सरकार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने सरकार के  पीजी डाक्टरों की पोस्टिंग जल्द करने की मांग की और कहा कि इनकी सेवा अवधि 1 जून 2022 से मानी जाए। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री की अक्षमता का खामियाजा एक तरफ सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टर भुगत रहे हैं, तो दूसरी ओर पीड़ित जनता इनकी सेवाओं का लाभ लेने से वंचित है। करीब 500 पीजी डॉक्टर पोस्टिंग के इंतजार में हैं, 750 छुट्टी पर हैं, वहीं स्वास्थ्य मंत्री नौका विहार में व्यस्त रहते हैं। उन्होंने कहा है कि बिहार में डॉक्टरों की कमी के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है और मरीज भगवान भरोसे हैं।