PATNA : राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के पार्टी छोड़ने की अटकलों या संभावनाओं को तेजस्वी यादव ने खारिज कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि वह कयासों पर बयान नहीं देते. आपको बता दें कि तेजस्वी यादव आज प्रदेश कार्यालय में मीडिया ब्रीफिंग कर रहे थे. इसी दौरान रघुवंश सिंह से जुड़ा मामला भी उनके सामने आया. मीडिया कर्मियों ने सवाल किया तो तेजस्वी ने कयासों पर बयान देने से इनकार करते हुए इस मामले से पल्ला झाड़ लिया.
दरअसल, रामा सिंह की एंट्री आरजेडी में होने की खबरों के बीच रघुवंश प्रसाद सिंह की नाराजगी सबसे पहले सामने आई थी. उसके बाद रामा सिंह का आरजेडी में शामिल होने का कार्यक्रम टाल दिया गया. एक बार फिर से रामा सिंह को लेकर रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने कड़े तेवर दिखाए, जिसके बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने डैमेज कंट्रोल किया है. लालू यादव ने अपने दूत के जरिए रघुवंश प्रसाद सिंह से संपर्क साधा और रांची और दिल्ली के बीच हुए संवाद के बाद अब मामला ठंडा पड़ा है.
आरजेडी के अंदरूनी सूत्र बता रहे हैं कि तेज प्रताप यादव को रांची बुलाकर लालू यादव ने रघुवंश के मामले में ना बोलने की नसीहत दी थी. कुछ ऐसा ही निर्देश तेजस्वी यादव को भी दिया गया है. लालू के इस निर्देश का असर आज साफ तौर पर देखने को मिला. अब नेता प्रतिपक्ष ने रघुवंश प्रसाद सिंह या रामा सिंह प्रकरण में कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया है. पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो रामा सिंह की बजाय अब उनकी पत्नी को विधानसभा चुनाव में एडजस्ट किया जा सकता है. हालांकि इस बात की भी संभावना कम दिखती है कि रामा सिंह की पत्नी आरजेडी में शामिल होंगी. उनकी पत्नी को तेजस्वी यादव किसी सहयोगी दल से विधानसभा का टिकट दिलवा सकते हैं और इस तरह रघुवंश की नाराजगी झेलने से पार्टी बच जाएगी.