रघुवंश बाबू हैं क्वारेंटाइन, शिवानंद तिवारी और रामचंद्र पूर्वे हो गये उम्रदराज

रघुवंश बाबू हैं क्वारेंटाइन, शिवानंद तिवारी और रामचंद्र पूर्वे हो गये उम्रदराज

PATNA : आरजेडी के 24 वें स्थापना दिवस के मौके पर आज पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पार्टी नेताओं को नसीहत के साथ-साथ चुनावी मंत्र भी दिया। तेजस्वी यादव सरकार पर खूब गरजे भी। लालू यादव की अनुपस्थिति को इस मौके पर उन्होनें काफी मिस किया। तेजप्रताप यादव तो कार्यक्रम में पहुंच कर भी मंच शेयर किए बिना चल दिए। इन सब के बीच मंच पर कुछ और लोगों की कमी भी काफी खल रही थी।तेजस्वी ने मंच से इन नेताओं का जिक्र भी किया।


हम बात कर रहें हैं आरजेडी के सीनियर लीडर्स की जो मंच से नदारद दिखें। प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पार्टी के सीनियर लीडर जगदानंद सिंह तो मौजूद थे लेकिन जिनकी कमी सबसे ज्यादा खल रही थी वे थे पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के 'ब्रह्म बाबा' रघुवंश प्रसाद सिंह की। रघुवंश प्रसाद सिंह पार्टी के बेबाक नेता के तौर पर जाने जाते हैं । पिछले दिनों उनकी नाराजगी भी सामने आयी थी। जब रामा सिंह के पार्टी में शामिल होने की बात सामने आयी थी। रघुवंश बाबू तब कोरोना का इलाज पटना एम्स में करवा रहे थे वहीं से उन्होनें अपनी नाराजगी जाहिर की तो फिर आनन-फानन में पार्टी में रामा सिंह की इंट्री पर रोक लगा दी गयी। रघुवंश प्रसाद सिंह कोरोना का इलाज करा कर स्वस्थ हो चुके लेकिन फिलहाल 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन हैं।


रघुवंश प्रसाद सिंह के बाद पार्टी के सीनियर लीडर्स में जिनकी कमी सबसे ज्यादा खली वे थे शिवानंद तिवारी।पार्टी नेताओं के बीच 'बाबा' कहे जाने वाले शिवानंद तिवारी लालू की किचेन कैबिनेट के मेंबर रहे हैं यानि लालू के चंद करीबी लोगों में वे शुमार किए जाते हैं और पार्टी के हर कार्यक्रम में वे शिरकत करते रहे हैं लेकिन वे आज नदारद दिखे। और इन दोनों नेताओं के बीच एक और नेता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे भी नजर नहीं आए जो पार्टी के हर कार्यक्रमों में पूरी तरह एक्टिव नजर आते हैं। 


ऐसा नहीं है कि पार्टी ने इन सीनियर लीडर्स को इस मौके पर भुला दिया गया। तेजस्वी यादव ने अपने भाषण की शुरुआत में ही तीनों नेताओं का नाम लिया और कार्यक्रम में उनकी अनुपस्थिति पर अफसोस भी जाहिर किया। तेजस्वी यादव ने कहा कि डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह क्वारेंटाइन में हैं, वे स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। यहां तक तो ठीक है कि डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह क्वारेंटाइन हैं वे कहीं जा नहीं सकते लेकिन शिवानंद तिवारी और रामचंद्र पूर्वे के बारे में उन्होनें जो कुछ कहा वो थोड़ा चौंकाने वाला था। तेजस्वी यादव ने कहा कि उम्र अधिक हो जाने के लिहाज से दोनों नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं।


अब तेजस्वी यादव ऐसा कुछ कहें तो स्वभाविक हैं कि प्रतिक्रिया तो होगी ही। हाल-फिलहाल के दिनों में उनपर दबी जुबान से ये आरोप भी लगता रहा है कि वे पार्टी के सीनियर लीडर की नहीं सुनते अपनी मनमर्जी चलाते हैं। वहीं सहयोगी दलों में जीतन राम मांझी भी ये आरोप लगा चुके हैं तेजस्वी यादव अपने सहयोगियों की नहीं सुनते अपनी मनमानी करते हैं। कोआर्डिनेशन कमिटी को लेकर वे महागठबंधन के अंदर मोर्चा खोले हुए हैं। ऐसे में पार्टी के मंच सीनियर लीडर का नदारद होना बहुत कुछ कहता है।