GOPALGANJ : बिहार के गोपालगंज जिले के भोरे की एक प्रेम कहानी पूरे इलाके में चर्चा में है. प्रेमिका की खातिर एक युवक दुबई की नौकरी छोड़ कर चला आया. फिर भी बात नहीं बनती दिखी तो पुलिस के पास गुहार लगायी. न उसके घर वाले राजी थे और न प्रेमिका के परिजन मान रहे थे. आखिरकार पुलिस ने साथ दिया और फिर थाने में उसने अपनी प्रेमिका की मांग में सिंदूर भर कर साथ जीने मरने का नाता जोड़ लिया.
तीन साल पहले हुआ था प्यार
मामला गोपालगंज जिले के भोरे थाना क्षेत्र के खजुरहां गांव का है. इस गांव के आनंद कुमार की बहन की शादी पास के ही इमिलिया गांव में हुई थी. बहन के घर आने जाने के क्रम में आनंद को उसी गांव की एक लडकी से प्यार हो गया. इमिलिया गांव के मुन्ना मांझी की बेटी संजना से उसे प्यार हुआ और दोनों ने साथ जीने मरने का वादा किया.
लेकिन आनंद बेरोजगार था और दोनों के घर वाले भी शादी के लिए तैयार नहीं थे. इसलिए उसने शादी के लिए पैसे कमाने की ठानी और काम की तलाश में दुबई चला गया. उसने प्रेमिका से वादा किया कि दुबई से लौट कर वह उससे शादी करेगा. दुबई से ही वह अपनी प्रेमिका से लगातार संपर्क में था औऱ उससे फोन पर बात चीत लगातार हो रही थी.
प्रेमिका की शादी की बात चली तो नौकरी छोड़ लौटा
इसी बीच संजना के घर वालों ने उसे मोबाइल पर लडके से बात करते देख लिया. घर वालों ने उसकी शादी करने की ठानी औऱ लड़का तलाशना शुरू कर दिया. प्रेमिका ने आनंद को इसकी जानकारी दी. आनंद ने दुबई की कंपनी से छुट्टी मांगी लेकिन कंपनी वाले छुट्टी देने को तैयार नहीं हुए. इसके बाद आनंद ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया और सीधे अपनी प्रेमिका के गांव में पहुंच गया.
प्रेमिका के घर वाले जब शादी के लिए तैयार नहीं हुए तो आनंद भोरे थाना पहुंचा और पुलिस से मदद की गुहार लगायी. आनंद ने अपनी प्रेमिका को भी थाने में बुला लिया. इसके बाद पुलिस ने दोनों के परिवार वालों को खबर किया. लेकिन परिजन शादी के लिए तैयार नहीं थे. काफी मान मनौव्वल के बाद दोनों के परिजन माने औऱ फिर थाने में ही दोनों की शादी करा दी गयी. भोरे थाना परिसर में अवस्थित मंदिर में दोनों ने सात फेरे लिये.