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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 13 Dec 2024 10:20:17 AM IST
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सनातन धर्म के अनुसार, पौष महीने का विशेष महत्व है। यह माह न केवल स्वास्थ्य के लिए बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान खान-पान और जीवनशैली में कुछ विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है।
स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां और सुझाव:
खान-पान: इस महीने मेवे और चिकनी चीजों का सेवन लाभकारी है, लेकिन अधिक तेल और घी के प्रयोग से बचना चाहिए।
गर्म मसालों का उपयोग: अजवाइन, लौंग, और अदरक का सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह शरीर को गर्म रखने और पाचन को ठीक बनाए रखने में मदद करता है।
गुड़ का सेवन: चीनी की जगह गुड़ का उपयोग इस मौसम में ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए उत्तम है।
धार्मिक उपाय और मान्यताएं:
दान का महत्व: पौष महीने में गर्म वस्त्र और नवान्न (नई फसल का अनाज) का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। यह दान जरूरतमंदों को ठंड से बचाने और समाज में सहानुभूति का भाव जागृत करने का एक श्रेष्ठ उपाय है।
अनार का पेड़ लगाना: घर के मुख्य द्वार के पास अनार का पेड़ लगाना और उसमें नियमित जल अर्पित करना शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस उपाय से लंबी बीमारी से मुक्ति मिलती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पौष मास का पालन इन सावधानियों और उपायों के साथ करने से न केवल स्वास्थ्य को लाभ होता है, बल्कि यह धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी फलदायी होता है।