प्रवासी मजदूरों को कानून व्यवस्था के लिए खतरा मानती है नीतीश सरकार, पुलिस मुख्यालय ने जिलों को किया अलर्ट

प्रवासी मजदूरों को कानून व्यवस्था के लिए खतरा मानती है नीतीश सरकार, पुलिस मुख्यालय ने जिलों को किया अलर्ट

PATNA : कोरोना काल में वापस आए प्रवासी मजदूर बिहार में कानून व्यवस्था के लिए खतरा है. सरकार का मानना है कि प्रवासी मजदूरों की भारी संख्या बिहार में कानून व्यवस्था के लिए संकट पैदा कर सकती है. पुलिस मुख्यालय ने इसके लिए अलर्ट जारी कर सभी जिलों को सतर्क रहने को कहा है.



अपराधिक घटना को दे सकते हैं अंजाम

बिहार पुलिस मुख्यालय की तरफ से सभी जिलों के एसपी के साथ-साथ रेल अधीक्षक को भी एक पत्र जारी किया गया है. जिसमें प्रवासी मजदूरों से कानून व्यवस्था का गंभीर संकट पैदा होने की आशंका जताई गई है. पुलिस मुख्यालय ने अपने इस पत्र में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि बाहर से बड़ी संख्या में आए प्रवासी मजदूर आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. ऐसे में वह परेशान और तनाव ग्रस्त हैं जिसे देखते हुए विधि व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है. इतना ही नहीं पुलिस मुख्यालय ने यह भी माना है कि प्रवासी मजदूरों को बिहार में रोजगार मिलने की संभावना कम है. ऐसे में अपने परिवार के भरण-पोषण के उद्देश्य से यह प्रवासी मजदूर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. पुलिस मुख्यालय ने यह कहा है कि प्रवासी मजदूरों के कारण बिहार में अपराध की वृद्धि हो सकती है लिहाजा इस मामले में सतर्कता बरतने की जरूरत है.




कानून व्यवस्था पर डाल सकते बुरा प्रभाव

नीतीश सरकार भले ही प्रवासी मजदूरों के लिए नीतियां बना रही हो मुख्यमंत्री खुद कह रहे हो कि प्रवासी भी बिहारी है. लेकिन बावजूद इसके पुलिस मुख्यालय की तरफ से जो आदेश जारी किया गया है वह बताता है कि सरकार की सोच प्रवासी मजदूरों को लेकर क्या है. पुलिस मुख्यालय में स्पष्ट तौर पर माना है कि प्रवासी मजदूरों की वापसी से बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ेगा. लिहाजा सभी को इस बारे में कार्य योजना बनाकर काम करना होगा जिलों को इस मामले में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है यह आदेश पुलिस मुख्यालय की तरफ से अपर पुलिस महानिदेशक विधि व्यवस्था अमित कुमार ने जारी किया है.