PATNA : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि नीतीश कुमार मर्यादा का पाठ पढ़ाना बंद कर पहले देश भर में फंसे बिहार के लोगों की सोंचे।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लिखा है कि देश भर में बिहार के लोग फंसे पड़े हैं और नीतीश कुमार जी लॉकडाउन की मर्यादा का पाठ पढ़ा रहे हैं। स्थानीय सरकारें कुछ कर भी रहीं हैं, लेकिन नीतीश जी ने सम्बंधित राज्यों से अब तक कोई बात भी नहीं की है। PM के साथ मीटिंग में भी उन्होंने इसकी चर्चा तक नहीं की।
प्रशांत किशोर ने हमला बोलते हुए कहा है कि पूरे देश में बिहार के मजदूर फंसे हुए हैं लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने उनके लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्होनें कहा कि बिहार के मजदूर जहां भी फंसे हैं उन्हें स्थानीय सरकार कुछ मदद भी दे रही हैं लेकिन नीतीश कुमार ने उन राज्यों से बात करना भी जरूरी नहीं समझा। यहां तक कि पीएम के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग में भी उन्होनें बिहारी मजदूरों का मुद्दा नहीं उठाया।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोटा में बड़ी संख्या में फंसे छात्रों के लिए यूपी से कोटा के लिए बस चलाए जाने का विरोध किया है। कहा- यह लॉकडाउन के नियमों और उद्देश्य के खिलाफ है। ऐसा नहीं होना चाहिए। केंद्र सरकार को इस मामले को देखना चाहिए। हमलोग बिहार के बाहर रहने वाले लोगों की स्थानीय स्तर पर ही मदद कर रहे हैं। यूपी सरकार के इस फैसले से देश के दूसरे राज्यों पर भी दबाव बनेगा।
सीएम नीतीश कुमार ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे बिहार के छात्र-छात्राओं और दिहाड़ी मजदूरों से अपील की है कि वह लॉकडाउन का पालन करें और जो लोग जहां हैं वहीं पर ठहरे रहें। नीतीश कुमार ने अपने बयान में कहा है कि देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे मजदूर, छात्र-छात्राओं, ठेले वाले और रिक्शा वालों को राहत पहुंचाने के लिए बिहार सरकार उन राज्य सरकारों से समन्वय बनाकर उनकी मदद करने की कोशिश कर रही है।