प्रशांत किशोर बोले-विधानसभा चुनाव में JDU-BJP में बराबर सीटों के बंटवारे का सवाल ही नहीं, बीजेपी को सिर्फ 100 सीटें देंगे

प्रशांत किशोर बोले-विधानसभा चुनाव में JDU-BJP में बराबर सीटों के बंटवारे का सवाल ही नहीं, बीजेपी को सिर्फ 100 सीटें देंगे

DELHI: नीतीश कुमार के खास सलाहकार और जदयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने एक बार फिर BJP को तिलमिलाने वाला बयान दिया है. दिल्ली में प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे का वही फार्मूला होगा जो 2010 में था. नीतीश कुमार और उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में बड़े भाई की भूमिका में ही रहेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा और जदयू के बीच बराबर बराबर सीटों के बंटवारे का कोई सवाल ही नहीं उठता.



बीजेपी को सिर्फ 101 सीटें देंगे

जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार के चेहरे पर ही बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा जायेगा. सीटों के बंटवारे का फार्मूला वही होगा जो 2010 में था. प्रशांत किशोर बोले “ बिहार में चुनाव में अभी लगभग एक साल का वक्त बाकी है. लेकिन NDA में JDU सबसे बड़ी पार्टी है लिहाजा सीटों के बंटवारे में उसका हिस्सा बड़ा होगा. JDU ने पिछली दफे विधानसभा चुनाव में BJP के साथ जो सीट शेयरिंग का जो फार्मूला तय किया था. वही फार्मूला इस बार भी रहेगा.”

नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को अपना खास सिपालसलार बना रखा है. उन्होंने कहा “ 2010 के हिसाब से जदयू 140 या 141 और भाजपा 100 से 101 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. 2015 के रिजल्ट को भी देखें तो दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का यही फार्मूला फिट बैठता है. “ उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के सीटों का आधार अलग-अलग होता है. लिहाजा विधानसभा चुनाव में बराबर-बराबर सीटों का सवाल ही नहीं होता है।

हालांकि NDA में इस दफे लोक जनशक्ति पार्टी भी शामिल है जो 2010 में इस गठबंधन का हिस्सा नहीं थी. प्रशांत किशोर ने कहा कि LJP को लेकर जदयू और भाजपा आपस में मिलकर तय करेंगी. दोनों पार्टियां अपने हिस्से की कुछ सीटें लोजपा के लिए छोड़ सकती हैं.

प्रशांत किशोर ने झारखंड चुनाव में जदयू के बेहद खराब प्रदर्शन पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि झारखंड में जेडीयू का कोई आधार नहीं था. सिर्फ बैनर-पोस्टर के सहारे चुनाव लड़कर सफलता हासिल नहीं की जा सकती है. पार्टी की पहले से तैयारी नहीं थी लिहाजा सफलता नहीं मिली.

नीतीश पलटू राम नहीं

प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश को पलटू राम कहने वाले गलत हैं. ये सियासी जुमलेबाजी है. नीतीश कुमार कतई पलटू राम नहीं है. देश की ऐसी कोई पार्टी नहीं है जिसने अपना राजनीतिक सहयोगी नहीं बदला हो.

प्रशांत किशोर के बयान से तिलमिलायेगी भाजपा

नीतीश के खास प्रशांत किशोर का ये बयान भाजपा पर हमला ही माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सिर्फ दो सीटें जीतने वाले जदयू के साथ बराबर-बराबर सीटों पर बंटवारा किया था. बीजेपी अब विधानसभा चुनाव में इस फार्मूले से नीचे आने को तैयार नहीं है. लेकिन नीतीश कुमार ने अपना दांव खेलना शुरू कर दिया है. झारखंड में हार के बाद भाजपा प्रेशर में है. लिहाजा नीतीश ने दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है.