प्रशांत किशोर बोले-अभी पचास किलोमीटर चले हैं तो पटना से दिल्ली तक लोग बाप-बाप चिल्ला रहे हैं, समझिये आगे क्या होगा

प्रशांत किशोर बोले-अभी पचास किलोमीटर चले हैं तो पटना से दिल्ली तक लोग बाप-बाप चिल्ला रहे हैं, समझिये आगे क्या होगा

BETIAH: अपने जनसुराज अभियान के तहत गांव-गांव में पदयात्रा कर रहे प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के नेताओं को तीखा जवाब दिया है. प्रशांत किशोर ने कहा कि अभी तो उन्होंने पचास किलामीटर की ही यात्रा किया है और इसी में पटना से लेकर दिल्ली तक लोग बाप-बाप चिल्ला रहे हैं. जब पूरे बिहार की पदयात्रा कर लेंगे तो समझिये क्या होगा. प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार पर उम्र का असर दिख रहा है. वे राजनीति में अकेले पड़ गये हैं तभी बौखलाहट में कुछ भी बोले जा रहे हैं.



बता दें कि नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पिछले तीन दिनों में प्रशांत किशोर पर जमकर हमला बोला है. दोनों ने ये दावा किया कि प्रशांत किशोर भाजपा के एजेंट हैं. उनकी पदयात्रा से कुछ नहीं होने वाला है. नीतीश तो यहां तक कह गये कि प्रशांत किशोर ने मुझसे कहा था कि जेडीयू का विलय कांग्रेस में कर ले. नीतीश ने कहा था-मैंने उसे (प्रशांत किशोर को) अपने यहां नहीं बुलाया था, वह तो खुद मुझसे मिलने आया था. 



प्रशांत किशोर का तीखा जवाब

उधर पश्चिम चंपारण में पदयात्रा कर रहे प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के नेताओं पर तीखा हमला बोला. प्रशांत किशोर ने कहा कि कई लोग मेरे बारे में ये बोल रहे हैं कि पागल हो गया है, सड़क पर घूम रहा है, रोड पर घूमने से कुछ होने वाला है? प्रशांत किशोर ने कहा कि यदि रोड पर घूमने से कुछ नहीं होता है, तो लोग बाप-बाप क्यों कर रहे हैं? अभी तो मैंने पचास किलोमीटर की ही पैदल यात्रा की है. फिर इतने में ही क्यों पटना से दिल्ली तक लोग बाप-बाप चिल्ला रहे हैं.



नीतीश पर उम्र का असर

प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार पर उम्र का असर हो गया है. तभी वे कुछ भी बोले जा रहे हैं. ऐसे भी नीतीश कुमार राजनीति में अकेले पड़ गये हैं और इसी बौखलाहट में बोल रहे हैं. दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दावा किया था कि प्रशांत किशोर ने उनसे जदयू का कांग्रेस में विलय कर लेने को कहा था. सीएम ने ये भी कहा था कि प्रशांत किशोर बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं. 



उधर अपनी जन सुराज यात्रा में प्रशांत किशोर हर गांव में जाकर रोजगार से लेकर दूसरे मुद्दों को उठा रहे हैं. सोमवार को उन्होंने कहा कि 1947 में जब देश आजाद हुआ था तो उस समय तमिलनाडु बिहार से अधिक गरीब राज्य था. आज की हालत ये है कि हमारे राज्य के लड़के तमिलनाडु में जाकर मजदूरी कर रहे हैं. आखिरकार तमिलनाडु की हालत कैसे बदल गयी, हम क्यों इतना पिछड़ गये. 



पश्चिम चंपारण के मैनटांड़ प्रखंड में स्थानीय लोगों से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में 13 करोड़ लोगों में से 8 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनकी एक दिन की कमाई 100 रूपये भी नहीं है. बिहार में 3 करोड़ परिवार हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 1250 से 1500 परिवार के लोग ही सांसद या विधायक बन रहे हैं, दूसरे किसी को मौका ही नहीं मिलता. 20 साल से एक ही परिवार राज कर रहा है, उसके अनुसार दूसरा कोई काबिल नहीं है. प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार का जो आदमी स्वच्छ राजनीति करना चाहता है, जिसके अंदर बिहार में व्यवस्था परिवर्तन करने का जज़्बा है, वैसे ही लोगों के लिए वे पदयात्रा पर निकले हैं. वैसे लोग साधन या व्यवस्था के अभाव में पीछे न छूटे, यही हमारा प्रयास है.