प्रशांत किशोर की बड़ी भविष्यवाणी: बिहार के महागठबंधन का टूटना तय है, नीतीश की प्लानिंग का किया खुलासा

प्रशांत किशोर की बड़ी भविष्यवाणी: बिहार के महागठबंधन का टूटना तय है, नीतीश की प्लानिंग का किया खुलासा

PATNA: नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे प्रशांत किशोर ने आज फिर भविष्यवाणी की है कि अगले चुनाव से पहले बिहार के महागठबंधन का टूटना तय है. ये महागठबंधन अभी भी इसलिए चल रहा है कि नीतीश कुमार पूरी प्लानिंग के साथ  इसमें शामिल हुए हैं. प्रशांत किशोर ने कहा-2015 में मैंने बिहार में महागठबंधन बनवाया था इसलिए मुझे मालूम है कि महागठबंधन का भविष्य क्या होगा।


क्या है नीतीश की प्लानिंग?

प्रशांत किशोर ने आज कहा कि नीतीश कुमार को 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद से ही पता था कि भाजपा की कृपा से बहुत दिनों तक मुख्यमंत्री बने रहना संभव नहीं है. नीतीश कुमार को पता था कि 2024 में लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद भाजपा सबसे पहले उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाती और कहती कि अब हमारा मुख्यमंत्री होगा. भाजपा नीतीश कुमार को 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करती. 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा फिर से जीतकर आ जाती और उनकी सरकार दिल्ली में बन जाती, फिर नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री की कुर्सी से विदाई तय थी.


प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने पूरा आकलन करने के बाद बीजेपी का साथ छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने का इंतजाम किया ताकि 2025 तक मुख्यमंत्री के पद पर बने रहें. अब जब नीतीश कुमार ये कह रहे हैं कि अगला चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा तो लोगों को ये समझ नहीं आ रहा है वो ऐसा क्यों बोल रहे हैं. नीतीश कुमार बिना सोचे-समझे कुछ नहीं बोलते. नीतीश कुमार को न तेजस्वी से प्यार है न अपने पूरे जीवन में वे कभी RJD के समर्थक हो सकते हैं. उनके बोलने का मकसद सिर्फ और सिर्फ इतना है कि RJD उन्हें 2025 तक सीएम बने रहने का मौका दे दे.


महागठबंधन का टूटना तय़

प्रशांत किशोर ने कहा कि दो चुनाव होने वाले हैं. 2024 में लोकसभा का चुनाव और 2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव. दोनों चुनाव कब होंगे ये नहीं पता, लेकिन बिहार में जो आज की राजनीतिक व्यवस्था है उस तर्ज पर नहीं होगा. कौन नेता या दल किधर भागेगा ये कोई नहीं जानता है. आज 6 दल एक साथ हैं. अगले चुनाव से पहले इस महागठबंधन में बड़ा परिवर्तन आना तय है. इसकी झलक मिलनी शुरू हो गयी है. 


प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने बिहार में पहली दफे 2015 में महागठबंधन को बनवाया था. इसलिए मैं जानता हूं कि इसको बनाने में क्या समस्या है और इसे चलाने में क्या परेशानी आती है. कितना समय और प्रयास करना पड़ता है. 2015 में तो मैंने तीन दलों का महागठबंधन बनवाया था. आज 6  दलों का महागठबंधन है. इसमें टूट तय है.