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1st Bihar Published by: RAMESH SHANKAR Updated Wed, 08 Jun 2022 09:49:38 PM IST
SAMASTIPUR: मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना समस्तीपुर में सामने आई है जहां बेटे के शव का पोस्टमार्टम कराने गये एक पिता से पैसे की मांग की गयी। गरीबी से लाचार बाप अपने बेटे का पोस्टमार्टम के लिए भीख मांगने तक को मजबुर हो गया। हद तो तब हो गयी जब कर्मियों ने शव देने तक से मना कर दिया। इसकी जानकारी जब सिविल सर्जन को हुई तब उन्होंने मामले की जांच कराने और कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। बता दें कि इससे पहले भी अस्पताल के एक कर्मी द्वारा पैसे मांगे जाने का वीडियो वायरल हुआ था।
समस्तीपुर सदर अस्पताल में एक बार फिर पोस्टमार्टम के नाम पर मोटी रक़म की मांग की गई। पैसा नहीं देने पर कर्मियों ने शव देने तक से इनकार कर दिया।मामला ताजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे आहार की है जहां महेश ठाकुर के 25 वर्षीय बेटे जो मानसिक रूप से विक्षिप्त था 25 मई से घर से लापता हो गया था। परिजन ने पहले तो अपने स्तर से काफी खोजबीन की लेकिन बाद में सोशल मीडिया के माध्यम से उसे ढूंढने की कोशिश की।
7 जून को उन्हें जानकारी मिली कि मुसरीघरारी थाना क्षेत्र से एक अज्ञात युवक के शव को पुलिस ने बरामद किया है। जिसके बाद वो मुसरीघरारी थाना पहुंच गये। थाना से उन्हें जानकारी दी गई कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। जिसके बाद वो सदर अस्पताल पहुंचे। पहले तो पोस्टमार्टम कर्मी ने शव दिखाने से आनाकानी की लेकिन बाद में काफी गुहार के बाद उसे शव दिखाया गया। शव की पहचान उसने अपने बेटे संजीव ठाकुर के रूप में की। जब मृतक के पिता ने कर्मी से शव को उनके हवाले करने की बात कही तब पोस्टमार्टम का कर्मी पचास हजार रुपये मांगने लगा। इतनी मोटी रकम देने में पिता ने असमर्थता जतायी तब पोस्टमार्टम कर्मी ने शव देने से इनकार कर दिया।
पोस्टमार्टम कर्मी की मांग पूरी करने के लिए लाचार माँ-बाप पैसे इकट्ठा करने के लिए भीख मांगने को विवश हो गये। पिड़ित माता-पिता मुहल्ले में घूम-घूम कर आँचल फैलाकर भीख मांगने लगे। वंही इस लाचार माता-पिता को देखकर हर कोई सिस्टम और सरकार को कोस रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि परिवार इतना गरीब है कि बेटे के अंतिम संस्कार तक करने में असमर्थ है।
ऐसे में मुहल्ले के लोग मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे है लेकिन यह नाकाफी है। अस्पताल कर्मी ने पचास हजार रुपये की मांग की है। बताते चले कि पोस्टमार्टम कर्मी द्वारा पोस्टमार्टम के नाम पर रुपया मांगने का यह कोई पहला मामला नहीं है । इससे पहले भी पोस्टमार्टम के लिये पीड़ित परिजन से रुपया मांगने का वीडियो वायरल हो चुका है। लेकिन पोस्टमार्टम में लगे इन कर्मियों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। जिसके कारण इनका मनोबल सातवें आसमान तक पहुंच जाता है।
इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ एस के चौधरी का कहना है कि मीडिया के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली है । यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है । इस पर जांच के बाद आवश्य कार्रवाई की जाएगी। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के नाम पर रुपये मांगने का यह कोई पहला मामला नही है लेकिन हर मामले में शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा जांच और कार्रवाई की बात कहीं जाती है। ऐसे में अब देखना है कि इतने संवेदनहीन कर्मी पर कब तक और क्या कार्रवाई की जाती है ।