RANCHI: खूंटी में हुए मनरेगा घोटाले में निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। पहले से ही ईडी की जांच का सामना कर रही पूजा सिंघल को अब एक और जांच का सामना करना पड़ेगा। सीएम हेमंत सोरेन ने खूंटी के मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल की भूमिका की जांच निगरानी से कराने का आदेश दे दिया है। सरकार की तरफ से इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है। हालांकि सरकार ने ईडी की सूचनाओं को लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया है।
खूटी के मनरेगा घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रही ईडी ने तत्कालीन आईएएस पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया था। ईडी के द्वारा झारखंड सरकार को गिरफ्तारी की सूचना दिए जाने के बाद पूजा सिंघल खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई थी। साल 2010 में दर्ज 16 मामलों में से 11 की जांच के बाद पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल किया था। किसी भी मामले में पूजा सिंघल को आरोपी नहीं बनाया गया था।
झारखंड सरकार ने खूंटी में दर्ज 16 में से बचे हुए 5 मामलों की जांच निगरानी से करने का आदेश दिया था। खूंटी में 2010 में दर्ज हुए 5 मामलों में तत्कालीन उपायुक्त पूजा सिंघल की भूमिका की जांच अब निगरानी करेगी। निगरानी के अनुरोध पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल की भूमिका की जांच की अनुमति दे दी है लेकिन सरकार ने ED द्वारा भेजी सूचनाओं के आलोक में फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया है।