पुलिस पर दर्ज हो हत्या का केस, जायसवाल बोले- नीतीश बताएं शराबबंदी में कैसे मिल रही शराब?

पुलिस पर दर्ज हो हत्या का केस, जायसवाल बोले- नीतीश बताएं शराबबंदी में कैसे मिल रही शराब?

BETTIAH: छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर बीजेपी नीतीश सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर बनी हुई है। छपरा जहरीली शराब कांड के खिलाफ बीजेपी ने शनिवार को विभिन्न जिलों में प्रतिरोध मार्च निकाला। पश्चिम चंपारण में उज्जैन टोला से निकाले गए प्रतिरोध मार्च में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। इस मौके पर संजय जायसवाल ने कहा कि अगर बिहार में शराबबंदी कानून लागू है तो शराब कैसे आ रही है, इसकी पूरी जिम्मेवारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की है। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग सरकार से की है।


संजय जायसवाल ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है तो फिर शराब आई कहां से आ रही है और लोग जहरीली शराब पीकर कैसे मर रहे हैं। इसके लिए पूरी तरह से बिहार सरकार की पुलिस दोषी है। सरकार के अधिकारी और पुलिस के लोग शराब का कारोबार कर रहे हैं।शराब से हुई मौतों के लिए जिम्मेवार पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग मरे हैं उनके परिजनों का इसमें कोई दोष नहीं है ऐसे में सरकार पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दे।


बता दें कि, छपरा में जहरीली शराब पीने से अबतक 70 से अधिक लोग बेमौत मारे जा चुके हैं, जबकि दर्जनों लोग अब भी अस्पतालों में भर्ती है। वहीं कितने की लोगों के आखों की रोशनी चली गई है। मुआवजा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर विपक्षी दल बीजेपी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है बावजूद इसके सरकार और सरकार के मुखिया मृतकों के परिजनों को किसी तरह की सरकारी मदद नहीं करने की बात पर अड़े हुए है। मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर यह कह दिया है कि जो पिएगा वो मरेगा और शराब पीकर मरने वाले लोगों को किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं दिया जाएगा।