PATNA: 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर PM मोदी ने लालकिले से तिरंगा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को जेडीयू ने जुमला करार दिया है। जेडीयू का कहना है कि शाहजहां के बनाये लाल किले से सिर्फ जुमलों की बारिश हुई। पीएम मोदी ने लालकिले को अपमानित किया और स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा को ठेस पहुंचाने का काम किया है।
बिहार के जेडीयू नेता व एमएलसी नीरज कुमार ने पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बातें कही। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने कल 90 मिनट का लंबा भाषण दिया था। शाहजहां के बनाये लाल किले से सिर्फ जुमलों की बारिश की थी। उन्होंने लालकिले को भी अपमानित कर दिया। पीएम मोदी का पूरा भाषण लज्जा से भरा हुआ और तनावपूर्ण था।
नीरज कुमार ने कहा कि मणिपुर को छोड़कर उन्होंने एक भी राज्य का नाम नहीं लिया। मणिपुर हिंसा की घटना को लेकर 2024 में देश की जनता इन्हें निर्वस्त्र करेगी। नरेंद्र मोदी को बेटी धर्म का पालन करना चाहिए। बेटियां निर्वस्त्र होकर चिखती और चिल्लाती रही लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खामोश बैठ यह सब देखते रहें। अभी तक उन्हें मणिपुर जाने की छुट्टी नहीं है। उनके माथे पर कलंक लग गया है जिसे ढकने के लिए माथे पर पगड़ी बांध रहे हैं। चार बार में चार बंडी पहनते हैं। रूप बदलने में ये माहिर हैं।
जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार जी पर इनका दाव नहीं चल रहा है। नेशनल एजेंसी में भारत की रैंकिंग खराब हुई है। साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे आए हैं अगर ऐसा होता तो 80 करोड़ को राशन क्यों मिल रहा है? देश को आपने कंगाल बना दिया है। पूरी दुनियां में यूरिया सबसे कम दाम में मिल रहा है ये बात आप कह रहे हैं लेकिन 3000 से ज्यादा में यूरिया उपलब्ध है। किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है। मोबाइल डाटा सस्ता हो गया लेकिन रिचार्ज करने पर 200 रुपया से कम नहीं लगता।
वही जेडीयू नेता व मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि लालकिले से पीएम मोदी ने जितनी बात कही सब घबराहट, बेचैनी और परेशानी में बोल रहे थे। इसका कोई अर्थ नहीं है लेकिन 2024 में इनकी नैय्या किसी भी कीमत पर देश की जनता पार नहीं होने देगी। 2024 में मोदी जी का जाना तय है। वही जीतनराम मांझी के बयान को लेकर श्रवण कुमार ने कहा कि मांझी जी को कोई नोटिस लेता है क्या? मांझी जी कब क्या बोलेंगे यह हमसे ज्यादा तो मीडिया वाले जानते हैं।