MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर निषाद की राजधानी है। यहां पर निषाद समाज के लोगों ने हाथ में गंगाजल लेकर लिया संकल्प कर लिया कि आने वाले समय में हम किसी की नहीं सुनेंगे बल्कि जो हमारी सुनेगा हम उसकी सुनेंगे। जो हमें आरक्षण देगा उसी से हम समझौता करेंगे। अगर आरक्षण नहीं तो फिर गठबंधन नहीं और गठबंधन नहीं तो वोट नहीं का नारा सभी लोगों ने बुलंद किया है।
हमारी समाज में पहले ही सभी पार्टियों को अपनी ताकत दिखाई है। हम यहां कोई सांसद बनने नहीं आए हैं बल्कि अपने समाज को सही हक दिलाने आए हैं। बिहार में दो उपचुनाव हुए एक भी निषाद समाज का बेटा ने किसी अन्य पार्टी के नेताको वोट नहीं दिया। आज संकल्पित करवा दिया गया है उन लोगों को लग रहा था कि चुनाव श्रीधाम उन लोग को भ्रमित कर लेंगे लेकिन ऐसी बातें नहीं है।
वहीं तीसरे मोर्चे के सवाल पर मुकेश साहनी ने कहा कि इस सवाल का जवाब अभी हम लोग नहीं दे सकते और ना ही इस बारे में हम लोग कोई विचार कर रहे हैं। हम लोग बस यही सोच रहे हैं कि हम लोग इतनी मेहनत करें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमें देख ले समझ ले और आरक्षण की मांग को पूरी कर दें। आरक्षण लागू कर देंगे तो निश्चित रूप से हम लोग मोदी जी को मदद करेंगे अगर नहीं करेंगे तो निश्चित रूप से उनको नुकसान देने के लिए जो रणनीति बन सकता है उसकी कोशिश करेंगे।