MADHUBANI: तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी कल यानी 13 नवंबर को बिहार दौरे पर पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी दरभंगा में एम्स की आधारशिला रखेंगे। दरभंगा में इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मिथिलांचल को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। पीएम मोदी दरभंगा से ही झंझारपुर-लौकहा रेलखंड का उद्घाटन करेंगे। काफी पुरानी मांग को पूरा होता देख क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है।
दरअसल, मधुबनी के झंझारपुर-लौकहा रेलखंड का उद्घाटन 13 नवंबर को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया जाएगा। लंबे समय से प्रतीक्षित रेल सेवा की शुरुआत होने से क्षेत्र के लोगों में उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई है। आठ सालों से इस परियोजना के अधूरे रहने से लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था लेकिन अब इस रेलखंड के शुरू होने से इलाके के लोग काफी खुश हैं।
13 नवंबर से झंझारपुर-लौकहा रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन शुरू होगा। इसको लेकर समस्तीपुर के मंडल रेल प्रबंधक विनय श्रीवास्तव ने समस्तीपुर के वरीय रेल अधिकारी सहित दरभंगा, झंझारपुर, लौकहा के रेल अधिकारी से कार्यक्रम की तैयारी और सुरक्षा को लेकर समीक्षा की। बताया जा रहा है कि इस रेलखंड में 42 किलोमीटर तक कुल 7 रेलवे स्टेशन हैं इसके निर्माण में 523 करोड़ रुपए की लागत आई है। प्रधानमंत्री दरभंगा से रिमोट द्वारा इसका उद्घाटन करेंगे। रेलवे ने इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
विभाग द्वारा समारोह की तैयारी के लिए पदाधिकारी की नियुक्ति को लेकर पत्र भी जारी कर दिया गया है। जिसमें सीनियर डेन-1 निशांत कुमार को समारोह की जिम्मेवारी सौंपी गई है। 13 नवंबर को नरेंद्र मोदी दरभंगा में एम्स का शिलान्यास करेंगे और विशाल जनसभा को संबोधित भी करेंगे। कार्यक्रम के दौरान ही झंझारपुर-लौकहा रेलखंड का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा लोकार्पण और ट्रेन के परिचालन का उद्घाटन रिमोट के द्वारा करेंगे।
झंझारपुर-लौकहा रेलखंड के लोकार्पण और उद्घाटन के लिए कार्यक्रम स्थल झंझारपुर जंक्शन होगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा झंझारपुर-लौकहा रेलखंड समेत कई अन्य रेल परियोजनाओं का भी लोकार्पण और उद्घाटन होने की संभावना है। झंझारपुर के टीआई एवं सीसीआई ने शनिवार को लौकहा एवं खुटौना जाकर वंहा के कम्प्यूटर से एक-एक टिकट निकालकर टिकट काउंटर का परीक्षण भी किया। टीआई हरीश कुमार ने बताया कि ट्रेन परिचालन शुरू होने से पहले यह सब तैयारी का एक हिस्सा है।
झंझारपुर-लौकहा रेलखंड के शुरू होने को लेकर स्थानीय खुटौना निवासी कहते हैं कि इस रेलखंड पर जब जॉर्ज फर्नांडिस देश के रक्षा मंत्री थे, उस समय ही उनके एवं नीतीश कुमार द्वारा 2017 ई० में इसे आमान परिवर्तन के लिए बंद किया गया था। इस रेलखंड पर मेगा ब्लॉक भी लगाया गया था। रेलखंड को बड़ी लाइन में बदलने और विद्युतीकरण करने के कारण, इसकी सेवा करीब 7 साल से अधिक तक बंद रही। वर्तमान समय में चीन और नेपाल से बहुत अच्छे संबंध न होने के बावजूद इंडो नेपाल बॉर्डर पर अवस्थित ये रेलखंड सामरिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी बहुत ही महत्वपूर्ण है।
झंझारपुर-लौकहा बाजार रेलखंड में रेलवे फिलहाल दो जोड़ी ट्रेन सेवा शुरू करने जा रही है। ट्रेन का परिचालन से झंझारपुर से लौकहा तक जाने वाले यात्रियों को आर्थिक बोझ भी काफी हद तक कम होगा। लौकहा बाजार स्टेशन नेपाल के सीमा से सटा हुआ है। जिसके कारण व्यवसाय के दृष्टिकोण से यह रूट काफी महत्वपूर्ण रहा है। अभी झंझारपुर से लौकहा जाने के लिए सड़क मार्ग से अस्सी से एक सौ रुपये किराए के रूप में खर्च करना पड़ता है। झंझारपुर-लौकहा रेल सेवा के 13 नवंबर को शुरू होने से क्षेत्र के लोगों में काफी उत्साह है।
लोगों का कहना है कि इससे व्यापार में प्रगति होगी, जिससे स्थानीय व्यवसायों को नई ऊर्जा मिलेगी। साथ ही, विद्यार्थियों के लिए यह सेवा आने-जाने में सहूलियत प्रदान करेगी, जिससे उनकी पढ़ाई और तैयारी में सुधार होगा। गरीब और असहाय लोगों के लिए यह रेल सेवा विशेष रूप से लाभकारी होगी। बस के मुकाबले कम खर्च में यात्रा की सुविधा से उन्हें आर्थिक रूप से राहत मिलेगी। सीमावर्ती क्षेत्र में होने के कारण इस रेल सेवा का विस्तार क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा, जिससे आर्थिक, सामाजिक, और औद्योगिक प्रगति के नए अवसर खुलेंगे।
रिपोरट- कुमार गौरव