1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 12 Oct 2025 08:42:22 AM IST
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Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की आधिकारिक घोषणा भले ही कुछ दिनों बाद हो, लेकिन राज्य की राजनीति पहले ही ‘हवाई मोड’ में पहुंच चुकी है। पटना के आसमान में अब चुनावी रैलियों की गूंज सुनाई देने लगी है। नेताओं ने राज्य के कोने-कोने में सभा करने के लिए हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड विमानों की बुकिंग शुरू कर दी है। पटना एयरपोर्ट से रोजाना 15 से 17 प्राइवेट हेलीकॉप्टर उड़ान भरने की तैयारी में हैं। इस बार मुकाबला सिर्फ जमीन पर नहीं, बल्कि हवा में भी देखने को मिलेगा।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने टेक ऑफ से लेकर पार्किंग तक की व्यवस्था को चुनावी मोड में बदल दिया है। एयरपोर्ट परिसर में सुरक्षा, ईंधन आपूर्ति और लैंडिंग स्लॉट की मॉनिटरिंग के लिए विशेष टीम बनाई गई है। अधिकारियों के अनुसार, 13 अक्टूबर से शुरू हो रहे प्रचार अभियान के लिए राजनीतिक दलों ने हेलीकॉप्टर पार्किंग और उड़ान की डिमांड दर्ज कराई है। एयरपोर्ट पर रोजाना औसतन 15 से 17 हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे, जबकि अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में यह संख्या और बढ़ने की संभावना है।
अब तक की जानकारी के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने छह हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कर ली है। कांग्रेस और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पास दो-दो हेलीकॉप्टर हैं, जबकि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) भी दो हेलीकॉप्टर मैदान में उतारने को तैयार है। जैसे-जैसे चुनावी सरगर्मी बढ़ेगी, यह संख्या दोगुनी हो सकती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पहले से ही एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) और ग्राउंड स्टाफ का शेड्यूल तय कर दिया है ताकि एक साथ कई हेलीकॉप्टरों की उड़ान में कोई बाधा न आए।
चुनावी प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर किराए पर लेना आसान नहीं है। एजेंसियों के मुताबिक, एक घंटे की उड़ान का खर्च दो से ढाई लाख रुपये तक होता है, जिसमें जीएसटी शामिल है। साथ ही, बुकिंग के लिए न्यूनतम तीन घंटे का चार्ज देना अनिवार्य है। अगर किसी दिन या अगले दिन के लिए बुकिंग की जाती है तो फ्लेक्सी फेयर के तहत अतिरिक्त शुल्क देना पड़ता है। इस तरह नेताओं के लिए एक दिन की चुनावी उड़ान में लाखों रुपये का खर्च आता है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इस बार चुनावी मौसम को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं। पार्किंग स्लॉट को बढ़ाया गया है, अस्थायी हैंगर तैयार किए जा रहे हैं और रियल टाइम ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया गया है। क्योंकि रैलियों का शेड्यूल अक्सर अंतिम समय पर तय होता है, इसलिए एटीसी टीम को चौबीसों घंटे अलर्ट मोड में रखा गया है।
पटना एयरपोर्ट पर अब हर घंटे किसी न किसी पार्टी का हेलीकॉप्टर उड़ान भरने को तैयार मिलेगा। हवा में यह ‘चुनावी जंग’ बिहार की राजनीति की नई तस्वीर पेश कर रही है—जहां प्रचार की रफ्तार अब सड़क से निकलकर आसमान तक पहुंच चुकी है।