सरकारें झूठीं लेकिन कोरोना सच्चा है, तबाही की कीमत निचला तबका चुका रहा

सरकारें झूठीं लेकिन कोरोना सच्चा है, तबाही की कीमत निचला तबका चुका रहा

PATNA : कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच सरकारों की कार्यशैली पर सवाल उठाने वाले प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला है. प्रशांत किशोर ने कहा है कि कोरोना का संकट वास्तविक है और झांसे और झूठ के सहारे चल रही सरकार इसमें पूरी तरह बेनकाब हो रही हैं.

प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लिखा कि 'हमें ये समझने में कोई ग़लती नहीं करनी चाहिए कि COVID संकट वास्तविक है . झांसे और झूठ के सहारे चल रही सभी सरकारें इसमें पूरी तरह बेनक़ाब होंगी.दुर्भाग्यवश, इस तबाही की सबसे बड़ी क़ीमत समाज का सबसे निचला तबक़ा चुका रहा है.'

बता दें कि प्रशांत किशोर कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बुलाए गए लॉकडाउन को लेकर लगातार हमलावर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने देश की आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए चरणबद्ध तरह से रियायत देने के अनलॉक वन के फैसले पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर ही लिखा था कि एक असफल लॉकडाउन और लगातार की गई रणनीतिक गलतियों ने एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या को पूर्ण रूप से मानवीय संकट बना दिया है. इस कार्य प्रणाली में वैज्ञानिक साक्ष्य और आंकड़ों पर आधारित सुधार के बजाय, अब Unlock1 कर, हम खुद को एक बड़ी तबाही की ओर धकेल रहे हैं.