PK की कांग्रेस में एंट्री तय: सोनिया गांधी ने दी मंजूरी, रणनीति और गठबंधन बनाने की मिलेगी जिम्मेवारी

PK की कांग्रेस में एंट्री तय: सोनिया गांधी ने दी मंजूरी, रणनीति और गठबंधन बनाने की मिलेगी जिम्मेवारी

DESK: चुनावी रणनीति का काम छोड़कर मुख्यधारा की पॉलिटिक्स में आने के लिए बेताब प्रशांत किशोर की कांग्रेस में एंट्री तय हो गयी है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस के दूसरे बड़े नेताओं के साथ 6 महीने तक बैठकों और मुलाकातों के बाद कांग्रेस में प्रशांत किशोर की एंट्री होगी. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के सीनियर नेताओं को बता दिया कि वे प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल कराने जा रही हैं. प्रशांत किशोर को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने और गठबंधन करने का काम सौंपा जायेगा. 


इससे पहले आज प्रशांत किशोर ने एक सप्ताह में छठी दफे कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की. प्रशांत किशोर ने आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के साथ बैठक की. कांग्रेस के दोनों मुख्यमंत्रियों ने PK से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी से कहा कि प्रशांत किशोर जैसे रणनीतिकार का कांग्रेस में शामिल होना पार्टी के लिए फायदेमंद होगा. कांग्रेस के ज्यादातर बड़े नेता प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल कराने के पक्षधर दिखे, जिसके बाद सोनिया गांधी ने उनकी एंट्री को मंजूरी दे दी. 


कांग्रेस में महासचिव बनेंगे प्रशांत किशोर

कांग्रेसी सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक प्रशांत किशोर को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव का पद दिया जा सकता है. महासचिव बनने के बाद वे कांग्रेस की नीति निर्धारण करने वाली कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य बन जायेंगे. कांग्रेस महासचिव के नाते उन्हें स्ट्रैटजी और अलायंस पर काम करने का जिम्मा मिलेगा. अगर प्रशांत किशोर को ऐसा पद मिलता है तो कांग्रेस में पहली बार किसी महासचिव को इस तरह का जिम्मा मिलेगा. प्रशांत किशोर 2022-23 में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ साथ 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की चुनावी रणनीति और दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन पर पार्टी अध्यक्ष को सुझाव देंगे।


PK ने कांग्रेस को समझायी रणनीति

पिछली 6 बैठकों में प्रशांत किशोर ने विस्तार से कांग्रेसी नेताओं को पार्टी को जिंदा करने की रणनीति समझायी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को 52 स्लाइड का प्रेजेंटेशन दिया है. इनमें से 18 स्लाइड में ये बताया गया कि कांग्रेस कैसे लोगों तक अपनी बात पहुंचाये यानि कांग्रेस की कम्युनिकेशन स्ट्रेटजी क्या हो. वहीं 10 स्लाइड के जरिये ये बताया कि गया कि देश में ऐसे कौन से राज्य हैं जहां कांग्रेस की स्थिति खराब है लेकिन वह सुधर सकती है और 2024 में उन राज्यों में कांग्रेस को ज्यादा सीटें आ सकती हैं. PK ने 4 स्लाइड के जरिये ये समझाया कि ऐसे कौन से राज्य हैं जहां कांग्रेस की बेहद बुरी स्थिति है और वहां लंबे समय तक काम करने की जरूरत है।


प्रशांत किशोर ने गठबंधन को लेकर भी कांग्रेसी नेताओं को रणनीति समझायी. 5 स्लाइड्स के जरिये ये बताया कि 4–5 राज्यों में नये सिरे से गठबंधन बनाने की जरूरत है. गठबंधन में किन पार्टियों को शामिल किया जा सकता है ये भी प्रशांत किशोर ने विस्तार से समझाया. PK ने पार्टी को ये भी समझाया कि जनता के बीच उसकी इमेज खराब होती जा रही है और उससे ठीक करने के लिए कैसे काम करने की जरूरत है।


क्या है PK का रणनीति

कांग्रेस में शामिल होने के बाद प्रशांत किशोर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति बनायेंगे. वे पार्टी के राज्य प्रभारियों से सीधे संपर्क में रहकर उनसे अपनी रणनीति पर काम करायेंगे. प्रशांत किशोर कांग्रेस के गठबंधन का भी काम देखेंगे. वे सहयोगी पार्टियों से बातचीत औऱ सीट बंटवारे में भी अहम रोल निभायेंगे। प्रशांत किशोर सीधे कांग्रेस अध्यक्ष को रिपोर्ट करेंगे। 


प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए कई सुझाव दिये हैं. उन्होंने पार्टी को कहा है कि वह 2024 के लिए सिर्फ 370 सीटों पर फोकस करे और वहां अभी से ही काम शुरू करे. प्रशांत किशोर ने बिहार औऱ उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों के साथ साथ ओडिशा में किसी दूसरी पार्टी से समझौता नहीं करने की सलाह दी है. वहीं महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे राज्यों में दूसरी पार्टियों से तालमेल का सुझाव दिया है.  PK ने कहा है कि जिन राज्यों में कांग्रेस का सीधे मुकाबला बीजेपी से है, वहां कांग्रेस को अपनी पार्टी संगठन में बदलाव लाना चाहिये. उन्होंने कांग्रेस में एक फुल टाइम अध्यक्ष बनाने की सलाह दी है जो संगठन को सही से चला सके।