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1st Bihar Published by: RAHUL SINGH Updated Mon, 30 Dec 2019 12:01:56 PM IST
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PATNA : नीतीश के 'चाणक्य' प्रशांत किशोर के सीटों के बंटवारे पर दिए गए बयान पर अब एनडीए के भीतर राजनीतिक घमासान मच गया है। पीके के बयान के खिलाफ बीजेपी ने जहां मोर्चा खोल दिया है वहीं जेडीयू ने बड़े भाई की अपनी भूमिका पर मुहर लगा दी है।
प्रशांत किशोर ने जबसे बिहार विधानसभा चुनाव में सीट फॉर्मूले पर बयान दिया है तब से बीजेपी के अंदर बेचैनी बढ़ गयी है। दरअसल पीके ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे का वही फार्मूला होगा जो 2010 में था। नीतीश कुमार और उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में बड़े भाई की भूमिका में ही रहेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा और जदयू के बीच बराबर बराबर सीटों के बंटवारे का कोई सवाल ही नहीं उठता।
बिहार सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि प्रशांत किशोर ना ही जदयू के प्रवक्ता है ना ही उनके बयान का कोई आधिकारिक महत्व है। उन्होनें कहा कि जब से नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने है उन्होनें किसी पार्टी पदाधिकारी की नियुक्ति नहीं है। ऐसे में बयान देने का कोई फायदा नहीं। वहीं बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने कहा है कि ये बयान बिन मौसम बरसात की तरह है जिसका अभी कोई महत्व नहीं है।
इस बीच जेडीयू नेता और नीतीश सरकार में मंत्री श्याम रजक ने प्रशांत किशोर के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होनें सहीं ही कहा है हम बिहार में बड़े भाई की भूमिका में ही हैं। वहीं जेडीयू नेता संतोष निराला ने कहा है कि हमारे नेता तो नीतीश कुमार हैं। हालांकि उन्होनें इतना जरुर कहा कि समय आने पर सीटों का मामला खुद सुलझ जाएगा।
वहीं बीजेपी विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रशांत किशोर अभी नये-नये राजनीति में आए हैं उन्हें नियम-कायदों को समझना चाहिए। सीटों का मसला तो शीर्ष नेतृत्व आपस में बैठ कर तय करता है। वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री और सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि आपस में मिल बैठ कर ये सब बातें होंगी ऐसे बयानों का कोई मतलब नहीं है।