JEHANABAD: पटना में विधानसभा मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज की जांच के लिए बिहार पहुंची बीजेपी की केंद्रीय टीम ने जहानाबाद के कल्पा गांव पहुंचकर दिवंगत बीजेपी नेता विजय सिंह के परिजनों से मुलाकात की और उनकी मौत से जुड़ी जानकारी इकट्ठा की। इस दौरान टीम में शामिल नेताओं ने पीड़ित परिजनों के प्रति अपनी संवेदना जताई और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
दरअसल, शिक्षक बहाली में गड़बड़ी, 10 लाख सरकारी नौकरी और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर गुरुवार को बीजेपी ने विधानसभा मार्च का आयोजन किया था। गांधी मैदान से यह मार्च जैसे ही डाकबंगला चौराहा पहुंचा पुलिस ने मार्च को रोक दिया था। प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया था। इस दौरान वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया और पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले भी दागे गए थे। बीजेपी ने दावा किया है कि पुलिस की लाठीचार्ज से उनके एक कार्यकर्ता विजय सिंह की मौत हो गई है जबकि दर्जनों कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं।
13 जुलाई को बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं पर हुए पुलिस लाठीचार्ज की घटना की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया। इस जांच समिति में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद मनोज तिवारी, सांसद विष्णु दयाल राम और सांसद सुनीता दुग्गल को शामिल किया गया है। बीजेपी की यह चार सदस्यीय टीम शनिवार को पटना पहुंची है। केंद्रीय टीम सबसे पहले डांकबंगला चौराहा पहुंची थी, जहां लोगों से जानकारी लेने के बाद पीएमसीएच में घायल सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल समेत बीजेपी के अन्य कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद टीम के सदस्य विजय सिंह के पैतृक आवास जहानाबाद के कल्पा पहुंची और उनके परिजनों से मुलाकात की है।
विजय सिंह के परिजनों से मुलाकात के बाद केंद्रीय टीम के सदस्य और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि महागठबंधन की हत्यारी सरकार की वजह से ही विजय सिंह जैसे भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता आज नहीं रहे। इस हत्यारी सरकार की वजह से ही विजय सिंह की मौत हुई है। सरकार विजय सिंह की मौत के लीपापोती में लगी है लेकिन जांच में यह बात सामने आई है कि विजय सिंह की मौत पुलिस की लाठी से हुई है। उन्होंने जांच रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपने की बात कही है।