पटना में बालू का अवैध धंधा...बीती रात सिटी SP के नेतृत्व में उतरी पुलिस टीम, सोन तटवर्ती इलाके में रेड

पटना में बालू का अवैध धंधा...बीती रात सिटी SP के नेतृत्व में उतरी पुलिस टीम, सोन तटवर्ती इलाके में रेड

PATNA: बिहार में बालू का अवैध धंधा जारी है. इस खेल में पुलिस-प्रशासन की भी बड़ी भूमिका होती है. लिहाजा बालू माफिया बेखौफ होकर काम करते हैं. पटना हाईकोर्ट के एक वकील ने पटना के सोन तटवर्ती इलाके में बालू के अवैध कारोबार, सोन नहर को तहस-नहस करने को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस मुख्यालय तक पत्र लिखा. इसके बाद पुलिस की नींद खुली है. बीती रात भी पटना पुलिस ने बालू के अवैध धंधेबाजों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है.

सोन तटवर्ती इलाके में पटना पुलिस की की विशेष जांच 

पटना पुलिस की तरफ से बताया गया है कि पटना पश्चिम इलाके में सोन के तटवर्ती इलाके में बड़ी कार्रवाई की गई है. नगर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) के नेतृत्व में पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ पटना पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है. इस अभियान में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पालीगंज 1 और 2 शामिल रहे. पटना पश्चिम एसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बालू वाहनों की जांच की । खासकर पालीगंज इलाके सोन तटवर्ती इलाके में विशेष तौर पर जांच की गई. पटना पुलिस का कहना है कि बीती रात बालू लदे ओवर लोडेड वाहनों की जांच की गई है. अब आगे की कार्रवाई की जा रही है. 

कार्यपालक अभियंता ने पुलिस अधीक्षक को लिखा था पत्र

बता दें, पटना हाईकोर्ट के वकील मणीभूषण सेंगर ने पटना पश्चिमी इलाके खासकर पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र में हो रहे बालू के अवैध खेल का खुलासा किया था. उन्होंने इस संबंध में प्रमाण के साथ मुख्यमंत्री को कंप्लेन किया. इसके बाद जल संसाधन विभाग और पुलिस हरकत में आई. सोन नहर प्रमंडल खगौल के कार्यपालक अभियंता ने पटना पश्चिम के एसपी को पत्र लिखा. जिसमें कहा गया है कि नहर को काटकर बालू माफियाओं ने रास्ता का निर्माण कर लिया है. इस संबंध में पटना हाई कोर्ट के वकील मणि भूषण प्रताप सेंगर ने मुख्यमंत्री को आवेदन देते हुए इसकी प्रतिलिपि उन्हें भी दी है. कार्यपालक अभियंता ने अपने पत्र में उल्लेख किया था कि बालू माफिया अवैध रूप से नहर बांध को क्षतिग्रस्त कर बालू की ढुलाई कर रहे हैं. परेव नहर वितरणी के 5 किलोमीटर से लेकर 6.50 किलोमीटर के बीच नहर के बांध को रास्ता के रूप में उपयोग किया जा रहा है .नहर पर बने बांध एवं सरकारी पुल का उपयोग सिर्फ किसानों के लिए किया जाना है, लेकिन बालू के अवैध धंधेबाज उक्त पुल का प्रयोग कर रहे हैं, जो गलत है. कार्यपालक अभियंता सतीश कुमार ने पटना पश्चिम के एसपी को लिखे पत्र में यह स्पष्ट किया था कि हमारे कार्यालय के अधिकारियों ने भी नहर का निरीक्षण किया. इस दौरान अवैध बालू माफिया बालू की ढुलाई करते पाए गए. इसकी सूचना भी रानीतालाब थाने को दी गई. इस मामले में केस भी दर्ज किया गया है. लेकिन बालू के अवैध कारोबारी नहर बांध एवं पुल का उपयोग करने से बाज नहीं आ रहे .ऐसे में सघन वाहन चेकिंग कर बालू माफियाओं के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए और वाहनों को जब्त किया जाए।

पटना पश्चिम एसपी ने 25 नवंबर को की थी बैठक 

जल संसाधन विभाग के पत्र के बाद 25 नवंबर को पटना पश्चिम के एसपी की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें पालीगंज अनुमंडल के दोनों एसडीपीओ के अलावे जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता शामिल हुए थे. जिसमें अवैध बालू धंधेबाजों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की रणनीति बनी थी. बालू के अवैध धंधेबाजों के खिलाफ पहली कार्रवाई 28 नवंबर को हुई, दिखाने के लिए कई जगहों पर छापेमारी भी हुई थी. अब 6 दिसंबर की रात्रि में सैकड़ों पुलिस कर्मियों के साथ पटना पश्चिम के एसपी बालू माफियाओं के खिलाफ सड़क पर उतरे हैं.