PATNA: साइबर अपराधियों ने बिहार को भी जामताड़ा बनाकर रख दिया है। ऐसा कोई दिन नहीं होता जब साइबर ठग तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को निशाना नहीं बनाते हो। कभी लिंक और ओटीपी के जरीये खाता साफ कर रहे हैं तो कभी लोगों को डिजिटल अरेस्ट तक कर दे रहे हैं।
राजधानी पटना में भी साइबर अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। इस बार मोबाइल चोरी कर एक ऑटो सवार को शिकार बना एक लाख 90 हजार रूपये का चूना लगाया गया है। मामला पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र का है जहां एक कपड़ा दुकानदार का मोबाइल चोरी होते ही बैंक खाते से 1.9 लाख रुपये गायब हो गए। इस घटना के बाद से कपड़ा दुकानदार काफी सदमें में है।
पीड़ित कपड़ा दुकानदार चंद्रशेखर ने बताया कि वह अपनी दुकान से टेम्पू पकड़कर घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में किसी ने मोबाइल चोरी कर लिया। जब इस बात का उन्हें पता चला तो तुरंत उन्होंने अपना सिम बंद करा दिया। लेकिन इससे पहले ठगों ने पूरा बैंक अकाउंट खाली कर दिया। चंद्रशेखर के बैंक अकाउंट से ठगों ने 1.9 लाख रुपये निकाल लिया। मोबाइल चोरी होने के 20 मिनट के भीतर ही अकाउंट से पैसे निकाले गये।
जांच में पता चला है कि चोरों ने पीड़ित के मोबाइल में मौजूद यूपीआई ऐप का इस्तेमाल कर उनके बैंक खाते से पैसे निकाले और इन पैसों से फ्लिपकार्ट से कई इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदे। साइबर थाने की इंस्पेक्टर प्रियंका कुमारी ने बताया कि मोबाइल चोरी होने के तुरंत बाद पीड़ित यदि 1930 पर कॉल किया होता तो शायद पैसा बच जाता।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि मोबाइल चोरी होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस ने ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफॉर्म से सामान मंगाने वाले व्यक्ति की जानकारी मांगी है। जब मोबाइल चोरी हो जाए तो तुरंत अपना सिम कार्ड ब्लॉक कराएं। सभी बैंकों को इस बात की सूचना दें और अपने ऑनलाइन बैंकिंग अकाउंट को फ्रीज करवा दें। सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स को डिसेबल कर दें। साइबर थाने में FIR दर्ज कराएं और साइबर सेल को सूचित करें।