BIHAR: 15 सितंबर को अमृत भारत का परिचालन, जोगबनी और सहरसा से यहां तक चलेगी ट्रेन, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन गोल एजुकेशन विलेज में "हाउ टू क्रैक नीट" सेमिनार, मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों ने लिया भाग Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 01 Dec 2024 03:33:51 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: पटना में एक कलयुगी पिता की करतूत सामने आई है। जहां 14 साल बाद घर लौटे बेटे-बेटियों को पिता ने पिटाई कर दी और घर से भगा दिया। बेटे शुभम का आरोप है कि 2010 में पिता उमाशंकर ने उनकी मां शर्मिला सिंह की हत्या कर दी थी। जिसके बाद पिता ने बहन के साथ उसे भी घर से निकाल दिया था और दूसरी शादी रचा ली थी। लेकिन आज तक पिता उमाशंकर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
शुभम ने बताया कि उनके पिता उमाशंकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबियों में से एक है जिसके चलते उस वक्त कार्रवाई नहीं की गयी थी। जबकि मां की हत्या उन्ही ने की थी। शुभम ने आगे बताया कि उनके पिता उमाशंकर ना कोई सरकारी नौकरी करते हैं और ना ही किसी पद पर हैं लेकिन ऑफिसर फ्लैट के सी-308 में कब्जा जमाये हुए हैं और आज भी वही रह रहे हैं। सरकारी फ्लैट पर उनके पिता कई साल से कब्जा जमा बैठे हैं। 2010 में उनकी मां की हत्या पिता ने ही की थी। इससे पहले से वो इस फ्लैट में रह रहे थे।
10 साल की उम्र में शुभम को पिता काफी प्रताड़ित करते थे। पिता की प्रताड़ना से वो काफी परेशान था। पिता ने 13 साल पहले शुभम की पिटाई की और घर से बाहर निकाल दिया था। उसके जाने के 5 साल बाद दोनों छोटी बहनों को भी पिता ने घर से निकाल दिया था और दूसरी शादी रचा ली थी। सौतेली मां ने भी कभी शुभम और उसकी दोनों बहनों को साथ रखने की इच्छा नहीं जतायी। पिता के इस कदम के बाद दोनों बहन शुभम के पास चली गयी। किसी तरह वो अपना और अपनी बहनों का भरण पोषण किया। शुभम ने जैसे-तैसे पढाई की और अच्छी कंपनी में नौकरी करने लगा। बहनों की भविष्य की चिंता उसे सताने लगी।
जिसके बाद वो बहनों को लेकर पिता के पास पहुंच गया लेकिन उमाशंकर ने बेटे-बेटियों को घर में घुसने नहीं दिया। जब दो छोटी बहनों को लेकर न्याय के लिए शुभम कोतवाली थाने में पहुंचा तो वहां उसने पिता के खिलाफ पुलिस को आवेदन दिया। जिसके बाद पुलिस ने उमाशंकर को थाने पर बुलाकर समझा-बूझाकर बच्चों को साथ रखने को कहा। तब उमाशंकर ने दो बेटियों और बेटे को घर ले गये। लेकिन पुलिस के वहां से जाने के बाद पिता ने बेटे शुभम पर हमला कर दिया जिससे उसका सिर फट गया। शुभम बुरी तरह से लहुलुहान होकर घायल हो गया।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में लिया और घायल शुभम को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। लेकिन आरोपी पिता उमाशंकर थाने से फरार हो गया। अब पुलिस फरार पिता उमाशंकर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। वही शुभम और उसकी दोनों बहनें पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई कर पाती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि आरोपी उमाशंकर इतने साल से ऑफिसर्स फ्लैट में कैसे रह रहा है। यह भी जांच का विषय है कि कैसे बिना किसी पद पर रहते हुए उमाशंकर ने ऑफिसर्स फ्लैट में कब्जा जमा रखा है।