PATNA: आजकल समाज में रिश्तों का बिखराव इस तरह हो गया है कि मौत पर रोनेवाला भी कोई नहीं रहा. परिवार में हर कोई अकेला हो गया है, बच्चों के होते हुए माता पिता बेसहारा हो गए. तभी तो राजधानी पटना में तीन लोगों की मौत तड़प-तड़पकर हो गई और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. मौत का पता उनकी लाश से दुर्गंध आने पर पता नहीं चलता. सोचने वाली बात है कि आसपास के लोगों तक को इसका पता नहीं चला.
जब लाश से दुर्गंध आने आने लगी तब जाकर पुलिस को खबर की गई. जिसके बाद पता चला कि वो नहीं रहे. दो मामले पटना के कंकड़बाग के हैं तो एक पटना सिटी का. पहला मामला पटना के कंकड़बाग पीसी कॉलोनी का है जहां बुजुर्गों की मौत हुई. परिवार के बावजूद अकेले रह रह रहे थे, बताया जा रहा है कि मृतक बीमार थे और उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं था.
वही दूसरा मामला राजधानी के कंकड़बाग की पीसी कॉलोनी सेक्टर E का है जहां 48 साल के संजय सिंह रहते थे. वहां के थानेदार के अनुसार संजय मानसिक तौर पर बीमार थे. उनकी पत्नी भी उनसे अलग रहती थी. संजय का खुद का मकान था और वो थर्ड फ्लोर पर रहते थे. और दूसरे फ्लोर को उन्होंने किराए पर दे रखा था. जब शव से बदबू आई तो किराएदारों ने ही पुलिस को फोन कर जानकारी दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उनके दरवाजे को तोड़ शव को बाहर निकाला.
तीसरा मामला पटना सिटी के चौक थाना इलाके का है जहां के निवासी सुभाष प्रसाद, 58 साल का का शव उनके कमरे में मिला. शव को पोस्टमार्टम के लिए NMCH भेजा गया. थानेदार के मुताबिक सुभाष की मौत करीब तीन दिन पहले ही हो गई थी. सोमवार को जब सुभाष के कमरे से दुर्गंध आई तो मौत का पता चला. अब पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे मौत की वजह का सही पता चल सके.